पुलिस को 24 घंटे के भीतर एटीएम चोरी प्रकरण का पर्दाफाश कर, चोरी की रकम बरामद करने में मिली सफलता…

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थाना हथबंद में मोबाइल फोन के माध्यम से सूचना मिली कि *ग्राम हथबंद मुख्य तिगड्डा चौक में स्थित इंडिया वन एटीएम में तोड़-फोड़ करने की सूचना* मिली। कि सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद सिंह के नेतृत्व में थाना हथबंद का पुलिस बल एवं साइबर सेल बलौदाबाजार की संयुक्त टीम तत्काल मौके पर पहुंची। घटनास्थल में एटीएम को पूरी तरीके से तोड़फोड़ करने से पूरा सामान बाहर निकला हुआ था। साथ ही एटीएम अंदर रखे हुए सारे पैसे अज्ञात आरोपियों द्वारा चोरी कर लिया गया था। इसके अलावा *आरोपियों द्वारा बहुत ही शातिर तरीके से अपनी पहचान छुपाने के उद्देश्य से एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़कर बाहर निकाल दिया* गया था। प्रथम दृष्टया देखने पर यह प्रतीत हो रहा था कि *आरोपियों द्वारा रात्रि में ही अंधेरे का फायदा उठाकर एटीएम में तोड़फोड़ कर एटीएम में रखा सारा कैश निकाल कर फरार हो* गए हैं।

साथ ही घटना में *एक से अधिक आरोपियों के शामिल होने का पूरा अंदेशा था, क्योंकि एटीएम को इस प्रकार से तोडना किसी एक अकेले आदमी के बस की बात नहीं*। कि रिपोर्ट पर थाना हथबंद में अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्र. 56/2023 धारा 457,380 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। इस प्रकार एटीएम में तोड़फोड़ कर सारा कैश चोरी करने का अपनी तरह का यह पहला मामला था, जिसमें अज्ञात चोरों द्वारा बहुत ही शातिर तरीके से एटीएम का सारा पैसा निकाल कर फरार हो गए। चोरी करने की शातिराना तरीके का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि एटीएम में चोरी करने की किसी भी प्रकार की आवाज अथवा भनक भी किसी को नहीं लगी, जबकि यह एटीएम एक भीड़भाड़ वाले एवं ग्राम हथबंद के मुख्य चौक में स्थित है। प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्दीपक कुमार झा के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश यादव एवं एसडीओपी भाटापारा आशीष अरोरा के मार्गदर्शन में एटीएम में चोरी करने वाले आरोपियों कि धरपकड़ हेतु छानबीन कार्यवाही प्रारंभ किया गया। *एटीएम मशीन का सूक्ष्म निरीक्षण करने एवं एटीएम मशीन संबंधित विशेषज्ञों के बयान पर यह बात पता चली कि, इस तरह बिना मशीन को क्षति पहुंचाए, एटीएम मशीन से कैश निकालना, बिना एटीएम पासवर्ड एवं चाबी के संभव नहीं। किसी व्यक्ति के पास यदि संबंधित एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी दोनों हो तभी वह एटीएम से इस तरह कैश निकाल सकता* है। एटीएम में *केवल तोड़फोड़ कर ही सारा पैसा निकालना किसी भी स्थिति में संभव नहीं* है। इस बात की जानकारी होते ही यह पुख्ता सबूत मिल गया कि एटीएम चोरी में कैश लोड करने वाले एजेंसी के कर्मचारियों की ही मिलीभगत है।

*समृद्धि इंटरप्राइजेज फर्म के माध्यम से इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड का काम किया जाता* है। इस एजेंसी के तहत कार्य करने वाला *प्रकरण का मुख्य आरोपी युवराज चंद्राकर काफी समय पहले से ही एटीएम का पैसा चुराने की योजना बना रहा था तथा मौके की ताक में* था। दिनांक 07.07.2023 को *एक्सिस बैंक रायपुर की शाखा से पैसा निकालकर ग्राम हथबंद स्थित इन इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड किया* गया। कैश लोड करने का कार्य और युवराज चंद्राकर एवं फर्म के एक अन्य कर्मचारी ऋषभ द्वारा किया गया। इस एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी युवराज चंद्राकर के पास था। युवराज चंद्राकर द्वारा अपने पूर्व नियोजित योजना के अनुसार प्रकरण के अन्य आरोपी शुभम यादव को पहले से ही एटीएम को ऑपरेट करके उसमें से पैसा कैसे चोरी करना है, यह सिखलाई दिया जा रहा था।

*साथ ही अपने मोबाइल के माध्यम से एटीएम के अंदर, बाहर, सिक्योरिटी प्रोग्राम एवं महत्वपूर्ण लॉक सिस्टम का फोटो शुभम यादव को दिखाया था*। योजना के अनुसार युवराज चंद्राकर द्वारा एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी शुभम यादव को दिया गया। *शुभम यादव एवं तीसरा आरोपी शुभम महावर मुख्य आरोपी युवराज द्वारा दी गई पासवर्ड एवं चाबी लेकर दिनांक 08.07.2023 की रात्रि ग्राम हथबंद आए एवं रात्रि में पासवर्ड एवं चाबी का इस्तेमाल कर एटीएम में रखा सारा कैश ₹6,75,000 चोरी कर लिया* गया। मामले को तोड़फोड़ एवं चोरी का रूप देने के लिए आरोपियों द्वारा एटीएम के अंदर के पार्ट्स इधर-उधर बिखरा दिए गए एवं पहचान छुपाने के उद्देश्य से एटीएम में लगा कैमरा भी निकाल कर पीछे रख दिया गया।

*घटना को देखने पर एकबारगी एटीएम में तोड़फोड़ कर पैसा चोरी करना प्रतीत होता है, लेकिन एटीएम के बिखरे पार्टस को देखने पर एटीएम में कहीं पर भी किसी औजार या अन्य किसी हथियार से तोड़फोड़ करने के कोई भी निशान नहीं मिले। इस प्रकार आरोपियों की कोई भी चालाकी पुलिस के सामने काम नहीं आई।* प्रकरण में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रकरण के तीनों आरोपियों में से युवराज चंद्राकर वर्तमान में एटीएम कैश लोड एजेंसी में काम कर रहा है तथा दूसरा आरोपी शुभम महावर एटीएम में कैश लोड एजेंसी के लिए पहले काम करता था। तीनों आरोपियों को पकड़कर पूछताछ किया गया, जिसमें आरोपियों ने एटीएम का पासवर्ड एवं चाबी के माध्यम से एटीएम से पैसा चोरी करना स्वीकार किया। कि *आरोपियों की निशानदेही पर नगदी रकम ₹6,66,800 बरामद किया गया है। पुलिस की गहन छानबीन एवं अथक प्रयासों से चोरी का लगभग शत प्रतिशत पैसा बरामद करने में सफलता मिली* है। साथ ही आरोपियों से घटना प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल हीरो एचएफ डीलक्स CG24 K9263 भी जप्त किया गया है। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।एटीएम चोरी जैसे बेहद संगीन मामले का निकाल एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना हथबंद से निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह, साइबर सेल से प्रधान आरक्षक अंजोर मांझी, नरेश खूंटे, आरक्षक हेमंत नायक, गोपाल पाल, अजय यादव, द्वारिका साहू, केशव भट्ठ, निरीक्षक अमित तिवारी थाना प्रभारी सिटी कोतवाली, प्रधान आरक्षक तुलेश चंद्रवंशी प्रभारी अंगुल चिन्ह, प्रधान आरक्षक नवीन कुर्रे रक्षित केंद्र, प्रधान आरक्षक अरशद खान थाना पलारी, चौकी बया से आरक्षक सूरज राजपूत एवं डॉग स्क्वाड का सराहनीय योगदान रहा है।