फिर सामने आया नक्सलियों का नया प्रेस नोट, छह महीने के युद्धविराम की घोषणा; सुरक्षाबलों की सख्ती से बैकफुट पर

रायपुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा क्षेत्र में सक्रिय नक्सली संगठन ने एक बार फिर शांति वार्ता की दिशा में कदम बढ़ाते हुए छह महीने के युद्धविराम की घोषणा की है। यह जानकारी नक्सली प्रवक्ता जगन द्वारा तेलुगू भाषा में जारी एक नवीनतम प्रेस नोट के माध्यम से सामने आई है। इस पत्र में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की शांति वार्ता के प्रयासों की सराहना भी की गई है।
शांति की ओर बढ़ता कदम
नक्सलियों की तेलंगाना राज्य समिति की ओर से जारी इस पांचवें प्रेस नोट में कहा गया है कि यह युद्धविराम राज्य और देश में लोकतांत्रिक वातावरण को मजबूत करने की दिशा में एक प्रयास है। संगठन ने साफ किया कि शांति वार्ता की सकारात्मक दिशा में प्रभाव डालने के लिए यह कदम उठाया गया है। प्रवक्ता जगन ने अपने पत्र में लिखा, “हमारी यह घोषणा राज्य और देश में लोकतांत्रिक माहौल लाने के प्रयास के रूप में देखी जानी चाहिए।”
अब तक जारी हो चुके हैं पांच प्रेस नोट
अब तक नक्सलियों द्वारा कुल पांच प्रेस नोट जारी किए जा चुके हैं। इनमें पहले दो पत्र नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय द्वारा जारी किए गए थे, जबकि तीसरा और चौथा प्रेस नोट प्रवक्ता रूपेश के नाम से जारी हुआ। यह ताज़ा और पांचवां प्रेस नोट जगन द्वारा जारी किया गया है।
सुरक्षाबलों की सख्ती के बाद बैकफुट पर नक्सली
छत्तीसगढ़ के बस्तर और उससे सटे तेलंगाना बॉर्डर पर बीते एक वर्ष में सुरक्षाबलों ने नक्सल विरोधी अभियानों को तेज़ किया है। इस दौरान बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं, गिरफ्तार किए गए हैं या उन्होंने आत्मसमर्पण किया है। कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों सहित कई संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने बड़े ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, जिसके चलते नक्सली संगठनों पर दबाव बढ़ा है और वे फिलहाल बैकफुट पर नजर आ रहे हैं।