कवासी लखमा के करीबियों पर EOW-ACB की बड़ी कार्रवाई: 20 से अधिक ठिकानों पर फिर छापेमारी, उद्योगपतियों और अस्पताल संचालकों के यहां दबिश

दुर्ग/रायपुर। छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले की जांच के सिलसिले में राज्य के पूर्व मंत्री कवासी लखमा के करीबियों पर आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार सुबह से प्रदेश के 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की जा रही है, जिसमें दुर्ग, भिलाई, रायपुर, महासमुंद और धमतरी जिले शामिल हैं।
दुर्ग में सबसे बड़ी कार्रवाई, स्टील कारोबारियों के ठिकानों पर रेड
दुर्ग जिले में चल रही कार्रवाई सबसे व्यापक मानी जा रही है। आम्रपाली सोसाइटी स्थित स्टील कारोबारी अशोक अग्रवाल और उनके भाई विनय अग्रवाल के आवास पर ACB की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है। अग्रवाल बंधु स्टील उद्योग से जुड़े हैं और उन पर घोटाले से संबंधित लेन-देन में संलिप्तता के आरोप हैं। सूत्रों के अनुसार, अशोक अग्रवाल के निवास पर ACB के 9 अधिकारी मौजूद हैं जो बैंक खातों की जानकारी और व्यापारिक दस्तावेजों की गहन जांच कर रहे हैं।
नामी व्यवसायी और अस्पताल संचालकों के यहां भी छापे
ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने दुर्ग के ही नेहरू नगर स्थित स्पर्श हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. संजय गोयल, उद्योगपति बंसी अग्रवाल, विशाल केजरीवाल और बिल्डर विश्वजीत गुप्ता के निवास पर भी कार्रवाई की है। दस्तावेजों और वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
महासमुंद और धमतरी में भी ईओडब्ल्यू की दबिश
महासमुंद जिले के सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापा मारा गया है। अधिकारियों की दो टीमें विशेष वाहनों से पहुंची और दस्तावेजी जांच में जुट गईं हैं।
अन्य ठिकानों पर भी जांच जारी
धमतरी जिले सहित अन्य कई स्थानों पर भी कार्रवाई चल रही है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई कवासी लखमा से जुड़े लोगों की आर्थिक गतिविधियों और घोटाले से संबंधों की जांच को लेकर की जा रही है।