छत्तीसगढ़

तीनों जिले के निर्धारित 149 खरीदी केंद्रों में धान की आवक जारी, परिवहन में आई तेजी

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राजनांदगांव: जिले में धान खरीदी ने रफ्तार पकड़ ली है। तीनों जिले के 149 खरीदी केंद्रों में धान की आवक जारी है। वहीं इस बार उठाव भी तेज है। बीते सालों की तुलना में प्रशासन ने परिवहन पर अधिक फोकस किया है। यही वजह है कि खरीदी केंद्रों में समस्या निर्मित नहीं हो रही है।

धान की खरीदी के अनुपात में उठाव भी तेजी से किया जा रहा है। इसके लिए मिलर्स को लगाया गया है। वहीं फटे बारदाने की समस्या को भी हल करने उन्हें वापसी के लिए एकत्रित कराया जा रहा है। मिलर्स ने ही खरीदी केंद्रों में बारदाने की सप्लाई है। इसमें बड़ी मात्रा में फटे छटे और उपयोगहीन बारदाने हैं। जिन्हें अब वापसी के लिए समिति कर्मचारी एकत्रित कर रहे हैं। जिन बारदानों में धान खरीदी नहीं हो सकती, उन्हें मिलर्स को लौटाया जाएगा।

इसकी राशि भी मिलर्स के हिस्से से कटेगी। इसके लिए सभी केंद्रों में खराब बारदानों को एकत्र करने का काम शुरू कर दिया गया है। इधर कई केंद्रों में धान के अतिरिक्त तौल की भी शिकायत सामने आई है। किसानों से प्रति बोरा एक से डेढ़ किलो धान अतिरिक्त तौलने का आरोप लगा है, जिसकी जांच के लिए भी प्रशासनिक अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है। ऐसी शिकायतों के बाद अब समितियों में निगरानी तेज किए हैं।

शुक्रवार तक राजनांदगांव जिले में 18318 किसानों से 639617.60 क्विंटल धान की खरीदी कर ली गई है। वहीं 209394 क्विंटल धान का परिवहन कर लिया गया था। इसी तरह जिला केसीजी में 8658 किसानों से 330864.40 क्विंटल धान खरीदी की गई है, जिसके एवज में 209394 क्विंटल धान का परिवहन कर लिया गया है। इसी तरह जिला एमएमसी में 2997 किसानों से 105852.80 क्विंटल धान की खरीदी हुई है जबकि 5850 क्विंटल का परिवहन कर लिया गया है। परिवहन तेजी से जारी रहा तो समितियों में जाम की स्थिति भी नहीं बनेगी।

इधर, सर्वे की गलत एंट्री किए जाने से भी किसान हैं परेशान

धान बेचने पहुंच रहे किसान गिरदावरी (सर्वे) रिपोर्ट की गलत एंट्री से भी परेशान हैं। खरीदी तेज होने के साथ ही ऐसी शिकायतें भी लगातार सामने आ रही है। किसानों के रकबे और फसल के मुताबिक सॉफ्टवेयर में एंट्री नहीं की गई है। इसके चलते किसानों को संशोधन के लिए भटकना पड़ रहा है। अफसरों से भी इसकी लगातार शिकायत हो रही है। गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी पटवारियों को दी गई थी, जिन्हें मौका मुआयना कर ही डाटा तैयार करने कहा गया था। लेकिन ऐसी त्रुटि डाटा एंट्री के चलते सामने आने लगी है।

जालबांधा में कोचिए से 20 क्विं. धान जब्त

खरीदी के दौरान कोचियों व बिचौलियों पर भी टीम कार्रवाई कर रही है। ऐसी ही कार्रवाई जालबांधा क्षेत्र में सामने आई है। जहां एक कोचिए से 20 क्विंटल धान जब्त किया गया है। प्रशासनिक अफसरों ने हर हिस्से में कोचिए व बिचौलियों पर निगरानी के निर्देश दिए हैं। ताकि खरीदी केंद्रों में किसी भी तरह से धान को नियम विपरीत खपाया नहीं जा सके। वहीं बार्डर से लगे खरीदी केंद्रों में भी विशेष निगरानी के लिए टीम बनाई गई है। इसके अलावा अस्थाई चेकपोस्ट से भी धान की जांच की जा रही है।

2 लाख 10 हजार किसान बेचेंगे धान

सरकार ने इस बार धान खरीदी पहले नवंबर से शुरू की है। कटाई में देरी की वजह से नवंबर के पहले पखवाड़े में खरीदी की रफ्तार काफी धीमी रही। लेकिन दूसरे पखवाड़े में खरीदी ने रफ्तार पकड़ ली है। तीनों जिलों को मिलाकर इस बार 2 लाख 10 हजार किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है। इनसे 92 लाख क्विंटल धान की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।