छत्तीसगढ़

समीक्षा बैठक में अफसरों ने दी सफाई लेकिन सीएम संतुष्ट नहीं हुए, फॉरेस्ट के दो अधिकारी सस्पेंड

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अंबागढ़ चौकी/राजनांदगांव: भेंट-मुलाकात के दौरान तेंदूपत्ता संग्राहकों को एक साल से भुगतान नहीं होने के मामले में शुक्रवार को समीक्षा बैठक में वन अफसरों ने अपना स्पष्टीकरण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिया। समीक्षा बैठक के दौरान अफसरों ने इस मामले पर सफाई तो दी लेकिन इससे सीएम संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने 8 दिन में पूरे मामले की विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी है। वजह यह भी है कि पूरे प्रदेश में इस तरह का पहला मामला सामने आया है। मामले में आनन-फानन में अगले दिन ही फारेस्ट विभाग के दो अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया।

लापरवाही बरतने और सही संपर्क नहीं साधने के मामले में वन मंडल के वन रक्षक कूप प्रभारी परिक्षेत्र चौकी शोभित राम यादव व वनपाल पोषक अधिकारी सालिक राम नर्वासे को डीएफओ ने निलंबित कर दिया। सीएम ने कहा कि गुरुवार को भेंट मुलाकात में देखा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों के मामले में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को भी मालूम नहीं था। ये अप्रिय बात है। इसका मतलब है कि जमीनी स्तर पर आपका संपर्क नहीं है। सीएम के समक्ष सीसीएफ बीपी सिंह ने अपनी बात रखी।

स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों से की मुलाकात

मुख्यमंत्री अंबागढ़ चौकी में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल पहुंचे। स्कूल में स्थापित संसाधन व सुविधाओं का मुआयना किया। कक्षा नौवी की 97 छात्राओं को मुख्यमंत्री सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरित किया। 10 की छात्रा आर्ची शर्मा ने स्कूल को छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार का बेहतर कदम बताया। यह विद्यालय शिक्षा में सुधार के लिए काफी अच्छा प्रयास है। इस विद्यालय से आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है।

जांच रिपोर्ट… हैंडपंप के पानी में आयरन पाया गया

समीक्षा के दौरान हैंडपंप में पानी की गुणवत्ता की शिकायत पाए जाने पर मुख्यमंत्री बघेल को पीएचई के ईई ने बताया कि एक हैंडपंप के पानी में आयरन पाया गया, शेष ठीक है। मुख्यमंत्री बघेल ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के बारे के बारे में कहा कि यहां कुम्हार और बुनकर आएं। उन्हें बढ़िया ट्रेनिंग और मार्केट मिल जाए तो उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बाजार और प्लेटफॉर्म मिल पाएगा। मुख्यमंत्री बघेल ने सभी जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को आपसी सामंजस्य बनाकर काम करने कहा।

अफसरों ने दिया गोलमोल जवाब

चारों मामले में सीएम को गोलमोल जवाब ही दिया गया। अफसरों के अनुसार एक मामले में बताया कि पेमेंट आ चुका था लेकिन पत्नी को मालूम नहीं था। एक मामले में प्रबंधक ने बताया कि सूची बनाते समय दूसरे की राशि चढ़ गई थी। लिखित प्रतिवेदन लाया गया है। एक मामले में बताया कि भुगतान हो चुका है। हमने पासबुक से डिटेल निकाला है। कोरचाटोला में एक मामले में पेमेंट कम क्यों हुआ, इसका रिकॉर्ड देख रहे हैं। प्रबंधक ने हमें सही फीडबैक नहीं दिया। उन्हें निलंबित किया गया है। जहां कहीं भी जांच में अंतर पाया गया, प्रबंधकों पर कार्रवाई की जाएगी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 दिन में रिपोर्ट दें।

अफसर द्वारा दुर्व्यवहार की शिकायत

मुख्यमंत्री ने कहा कि छुरिया में हेल्थ ऑफिसर और स्टाफ द्वारा लोगों से दुर्व्यवहार की शिकायत आई है, यह नहीं होना चाहिए। इस पर छुरिया के बीएमओ ने कहा कि मैंने किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया, मुख्यमंत्री ने कहा कि ध्यान रखें, लोगों से बढिय़ा आचरण होना चाहिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने अवैध शराब पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए। वहीं एसडीएम से पूछा कि कितने छात्रावासों का निरीक्षण किया। इस पर उनके जवाब से कहा कि ज्यादा से ज्यादा छात्रावासों का निरीक्षण करें। इस अवसर पर संसदीय सचिव इंद्र शाह मंडावी, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी आदि मौजूद रहे।