India Pakistan War Situation: पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमलों और गोलीबारी के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई, विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में हुआ खुलासा

India Pakistan War Situation : भारत के विदेश मंत्रालय ने आज शाम 5:30 बजे प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी, और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। इस दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान द्वारा की गई सैन्य कार्रवाइयों और भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया।
पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी और घुसपैठ की कोशिश
कर्नल सोफिया ने बताया कि पाकिस्तान ने एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर भारी गोलीबारी की और घुसपैठ की कोशिश की। तंगधार, उरी और उधमपुर क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय क्षेत्रों पर लगातार गोलाबारी की। इस हमले में कुछ नुकसान हुआ, लेकिन भारतीय वायुसेना और सेना ने संयमित प्रतिक्रिया दी। कर्नल सोफिया ने तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के हमलों का मुकाबला करते हुए अपनी सैन्य नीति में संयम बनाए रखा, जिससे नागरिकों को नुकसान से बचाया गया।
पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमले का भारत ने दिया है जवाब
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की रात को लगभग 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए 36 अलग-अलग स्थानों पर घुसपैठ करने की कोशिश की। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि पाकिस्तान ने तुर्की में बने ड्रोन का इस्तेमाल किया था। भारतीय वायुसेना ने इन हमलों का तुरंत जवाब देते हुए एक ड्रोन काउंटर अटैक किया, जिसमें पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। इसके बाद पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ और इसका सैन्य अभियान प्रभावित हुआ।
भारत का मजबूत प्रत्युत्तर
भारत ने पाकिस्तान के हमले का करारा जवाब दिया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के चार प्रमुख एयर डिफेंस साइट्स पर सटीक हमले किए। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पुष्टि की कि भारत के एक ड्रोन ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस रडार को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार तोपों और ड्रोन का इस्तेमाल किया, जिससे भारतीय सैनिकों को नुकसान पहुंचा। हालांकि, भारतीय जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान हुआ है।
पाकिस्तान की नागरिक हवाई क्षेत्र का शोषण
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पाकिस्तान ने अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को न केवल बंद नहीं किया, बल्कि उसे एक ढाल (shield) के रूप में इस्तेमाल किया। जब ड्रोन हमले हो रहे थे, उस समय कराची और लाहौर जैसे बड़े शहरों से पैसेंजर प्लेन उड़ान भर रहे थे, जिससे आम नागरिकों की जान जोखिम में डाली गई। हालांकि, भारतीय सुरक्षा बलों ने इस दौरान जवाबी कार्रवाई में संयम दिखाया और नागरिक विमानों को सुरक्षा प्रदान की, ताकि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो। यह रक्षात्मक और संवेदनशील रुख अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जा रहा है।
पाकिस्तान की गोलाबारी और भारतीय नुकसान
मिसरी ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने कंधार, उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर जैसे एलओसी से सटे क्षेत्रों में गोलाबारी की है। इस हमले में भारतीय सुरक्षाबलों को कुछ नुकसान हुआ और चोटें आईं, लेकिन जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की सेना को भी बड़ा नुकसान हुआ।
पाकिस्तान का खतरा: अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सुरक्षा
विदेश सचिव ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान द्वारा नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करना न केवल पाकिस्तान बल्कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सुरक्षा को भी खतरे में डालता है। पाकिस्तान के इस गैर जिम्मेदाराना कदम ने दुनिया भर में हवाई सुरक्षा के मुद्दे को जटिल बना दिया है।
भारत की संयमित प्रतिक्रिया और अंतर्राष्ट्रीय सराहना
कर्नल सोफिया ने बताया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाइयों का जवाब देते हुए संयम बरता और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी। भारत की यह जिम्मेदार प्रतिक्रिया अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय रही है।