मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने डॉ. रमन सिंह को जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं, उनके योगदान को सराहा

राजनांदगांव। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को उनके जन्मदिन के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। यह अवसर युवा वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा स्टेट स्कूल ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में मनाया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. रमन सिंह जन-जन के नेता हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ को नई दिशा दी। उन्होंने प्रभु से प्रार्थना की कि डॉ. सिंह दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें और जनता को मार्गदर्शन देते रहें।
मुख्यमंत्री ने डॉ. सिंह की पंद्रह वर्षों की मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पीडीएस (जन वितरण प्रणाली) का प्रभावी मॉडल तैयार हुआ, जिसे पूरे देश में अपनाया गया। गरीबों और वंचितों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराना उनकी संवेदनशीलता की मिसाल है।
उन्होंने किसानों के लिए धान खरीदी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और उन्हें उनके उत्पाद का पूरा मूल्य दिलाने की पहल को भी सराहा। आज छत्तीसगढ़ में 3100 रुपये प्रति क्विंटल दर से धान खरीदा जाता है और किसानों को 21 क्विंटल प्रति एकड़ तक की खरीदी का लाभ मिलता है — यह डॉ. सिंह द्वारा स्थापित मॉडल की निरंतरता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार हुए, विशेषकर जनजातीय अंचलों में। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दंतेवाड़ा के एजुकेशन सिटी का दौरा कर राज्य की इस उपलब्धि की सराहना की थी।
उन्होंने डॉ. सिंह की सादगी, मितभाषिता और विनम्र स्वभाव को भी सराहा, जो उनके विशाल योगदान के बावजूद जनता और अधिकारियों के बीच उन्हें प्रिय बनाता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा अपनी रजत जयंती मना रही है, और डॉ. सिंह के नेतृत्व में विधानसभा ने कई नवाचार किए हैं, जैसे प्रबोधन कार्यक्रम, जिसमें विधायकों को संसदीय परंपराओं और लोकतांत्रिक मूल्यों की गहन समझ दी गई।
समारोह में प्रसिद्ध गायक पद्म कैलाश खेर ने सुरमयी प्रस्तुति दी, जबकि कृषि मंत्री रामविचार नेताम, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
यह कार्यक्रम डॉ. रमन सिंह के योगदान को याद करने और उनके व्यक्तित्व का सम्मान करने का एक यादगार अवसर रहा।