छत्तीसगढ़ देश में सामाजिक न्याय का मॉडल : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

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रायपुर। देशभर में छत्तीसगढ़ आज सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा मॉडल बन चुका है। हमने प्रदेश में सभी वर्गों के उत्थान के लिए योजनाएं बनाई है। किसानों, आदिवासियों, श्रमिकों, महिलाओं और युवाओं को आर्थिक संबल प्रदान करने का काम किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में आयेजित राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्रदेश में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं क्योंकि मेहनतकश को उसकी मेहनत के अनुरूप पैसा मिल रहा है और वह खुशी-खुशी प्रदेश को गढ़ने तथा आगे बढ़ाने में स्वतः स्फूर्त होकर अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज नक्सलियों का दायरा सिमट गया है।

बस्तर अंचल में बंद स्कूलों को खोलने की बड़ी पहल हमने की है, जिससे भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित हुआ है। हमने उद्योग और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया है और इसके लिए अधोसंरचना निर्माण का काम कर रहे हैं। उद्योगों को बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए भरपूर सहयोग दिया है। आज गौठान और रीपा से महिलाएं और युवा रोजगार की कड़ी से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। 

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां हमने किसानों से सबसे ज्यादा दाम पर धान की खरीदी कर किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया। प्रदेश में 44 प्रतिशत वन क्षेत्र है। पहले मात्र 7 प्रकार के वनोपजों की खरीदी होता था। अब हम 67 प्रकार के वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीद रहे हैं। तेन्दूपत्ता प्रति मानक बोरा 2500 से बढ़ाकर 4000 रूपए किया। उन्होंने कहा कि लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की अधिग्रहित जमीन वापस की।

वनाधिकार पट्टा, वन संसाधन अधिकार, पेसा कानून को लागू किया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम हुए हैं। कुपोषण को दूर करने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान लागू किया। वनांचल क्षेत्रों में पहले छोटी-छोटी बीमारियों के कारण भी लोगों की जान चली जाती थी। ऐसे में दूरस्थ वनांचल के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हाट-बाजार क्लीनिक योजना शुरू की। हाट बाजार क्लीनिक व्यवस्था का एक करोड़ से अधिक लोग लाभ ले चुके हैं।