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कसडोल :बारनवापारा अभ्यारण्य में फेंसिंग तार में फंसकर नीलगाय की मौत वही देवपुर वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम ठेलका डबरी व सोनाखान वन परिक्षेत्र के फुरफन्दी के जंगल में 1-1 नर बायसन की मौत से वन विभाग में हड़कंप,,,,,वन अफसर मौके पर पहुँचकर ,पोस्टमार्टम कराके वन्य प्राणियों के शव को जलाया गया।
आपको बतादे कि बलौदाबाजार वन मंडल में 3 माह से वन्य प्राणियों की जान जा रही है ,चाहे ओ शिकार हो या आकस्मिक मौत ।अब तक लगातार वन्यजीव में हाथी , तेंदुआ, बायसन, नीलगाय शामिल है जो मौत के गाल में समा गए है । आखिरकार वन विभाग के अफसर वन एवं वन्यजीव की सुरक्षा में खान पर चूक हो रही है । क्या रात्रिगस्त या पेट्रोलिंग में लापरवाही बरती जा रही है । ऐसा महसूस हो रहा है कि अब जंगल सुरक्षित नही रह गया है । न जाने जंगल के अंदर कितने वन्यजीव अकाल मौत के मोह में समा जा रहे है । देवपुर /सोनाखान वन परिक्षेत्र में बायसन की मौत पर वन विभाग के पशु चिकित्सक के द्वारा पीएम कर मौके पर ही शव दाह किया गया। पशु चिकित्सक डॉ. लोकेश वर्मा ने बताया कि बायसन को कृमि की शिकायत थी। उम्रदराज हो जाने से भी उसकी मौत हो गई। मृत बायसन की उम्र 10-12 साल बताया गया। वही आज बारनवापारा अभ्यारण्य के कक्ष क्रमांक 127 में वन विभाग द्वारा चारागाह के लिए लगाए गए फेंसिंग तार में फसकर नीलगाय की मौत हो गयी । इसका जिम्मेदार कौन है ? ये सबसे बड़ा सवाल है । जब नीलगाय फेंसिंग तार में फंसी उस समय वन विभाग के कर्मचारी कहाँ थे? बहरहाल सभी वन्यजीव का पोस्टमार्टम करके जला दिया गया । शव दाह के समय मयंक अग्रवाल डीएफओ बलौदाबाजार एसडीओ कसडोल राकेश चौबे, आनंद कुदरिया अधीक्षक,कृष्णनु चंद्राकर रेंजर बारनवापारा, जे एल साहू रेंजर कोठारी, देवपुर रेंजर नेहा गुप्ता सहित वन विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित थे।