रिटायर्ड अफसर से बेटे की जमानत कराने के नाम पर 20 लाख से ज्यादा की ठगी, ऐसे फंसे

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लखनऊ: लखनऊ के गोमतीनगर में एक जालसाज ने रिटायर आईआरएस से उनके बेटे की जमानत कराने के नाम पर 26 लाख रुपये हड़प लिये। इस जालसाज ने खुद को सुप्रीम कोर्ट का एडवोकेट बताया था। बाद में पता चला कि वह एडवोकेट ही नहीं है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के आदेश पर गोमतीनगर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। विकासखण्ड निवासी सत्यभामा पाण्डेय ने तहरीर में लिखा है कि उनके बेटे पर कुछ लोगों ने झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया था। उनके रिश्तेदार ने उसकी जमानत जल्दी कराने की बात कहकर विवेक खंड निवासी प्रदीप सिंह से पति आनंद की मुलाकात करायी थी।

प्रदीप ने खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताया था। उसने भरोसा दिलाया था कि वह जमानत करा देगा।सत्यभामा का कहना है कि प्रदीप की बातों में आकर बेटे की जमानत के लिये पति आनंद ने जीपीएफ से 26 लाख रुपये निकालकर उसे दे दिये। बाद में पता चला कि प्रदीप वकील ही नहीं है। उसने झूठ बोला था। इंस्पेक्टर दीपक पाण्डेय ने बताया कि बुधवार को ही मुकदमा दर्ज हुआ है। पीड़ित के बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जायेगी। पुलिस यह नहीं बता सकी है कि आनंद के बेटे के खिलाफ किस आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है।