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कर्ज को कम करने के लिए गौतम अडानी समूह ने अपने सीमेंट कारोबार में हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है। फाइनेंशियल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अडानी समूह इंटरनेशनल डील के तहत अंबुजा सीमेंट में 4-5 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहता है। इस हिस्सेदारी को बेचकर 450 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना है। हालांकि, अडानी समूह की ओर से आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं दी गई है।
बता दें कि साल 2022 में ही स्विस कंपनी होल्सिम से अडानी समूह ने अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड के अधिग्रहण को पूरा किया था। यह अडानी समूह का सबसे बड़ा अधिग्रहण था। इसके बाद अब अडानी समूह की अंबुजा सीमेंट्स में 63.15 प्रतिशत और एसीसी में 56.69 प्रतिशत हिस्सेदारी हो गई है। इस अधिग्रहण का कुल मूल्य 6.50 अरब डॉलर है।
इस अधिग्रहण के बाद अडानी समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया है। फिलहाल अंबुजा सीमेंट और एसीसी की संयुक्त रूप से स्थापित क्षमता 6.75 करोड़ टन सालाना है।
बहरहाल, सीमेंट कारोबार में हिस्सेदारी बेचने की ये खबर ऐसे समय में आई है जब अडानी समूह के कर्ज को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में भी अडानी समूह पर भारी कर्ज का जिक्र किया गया था।
बता दें कि गौतम अडानी समूह की दो कंपनियां- अंबुजा सीमेंट और एसीसी के शेयर शुक्रवार को क्रमश: 1.66% और 0.70% लुढ़क कर बंद हुए। अंबुजा के शेयर की कीमत 378.35 रुपये और एसीसी के शेयर की कीमत 1847.15 रुपये है।