छत्तीसगढ़ में पॉलिटकल पॉवर के नशे में चूर विधायक! तहसीलदार का कराया 3 घंटे के अंदर ट्रांसफर, अब गरमा रहा मामला

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बलौदाबाजार– राजनीतिक दबंगई क्या होती है इसे समझना है छत्तीसगढ़ की विधायक शकुंतला साहू से मिला जा सकता है। क्यों कि विधायक और संसदीय सचिव को राजनीति का धौंस जमाना अच्छे से आता है। अब मामला प्रदेश के बालोदाबाजार से सामने आ रहा है। जहां सत्तापक्ष के मद में चूर विधायक शकुंतला साहू फिर से सुर्खियों में आ गई हैं। खबरें हैं कि विधायक शकुंतला साहू ने तहसीलदार को 3 घंटे के अंदर तबादला करने की धमकी दी थी। जिसके 2 घंटे के भीतर ही तबादला आदेश भी जारी हो गया है। बताया यह भी जा रहा है कि रेत के अवैध उत्खनन मामले में पूरा बखेड़ा खड़ा हुआ है। इतना ही नहीं सवालों पर शकुंतला साहू पत्रकारों पर भी भड़क गई।अवैध रेत पर कार्रवाई तो हुआ ट्रांसफरपिछले दिनों पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे ने अवैध रेत उत्खनन मामले में कार्रवाई की है। जिसमे बिना रायल्टी के अवैध रेत ला रहे वाहन शामिल हैं। जिन गाड़ियों को पकड़ा गया वह विधायक के करीबी सुनील साहू की बताई जा रही है। यह आरोप खुद तहसीलदार ने विधायक के उपर लगाए हैं। तहसीलदार का कहना है कि कार्रवाई के बाद विधायक मैडम बहुत गुस्से में थीं..

और विधायक ने कहा कि तीन घंटे के भीतर ट्रांसफर करा दूंगी और उसके बाद दो-तीन घंटे में ट्रांसफर लेटर प्राप्त हो गया। तहसीलदार ने बताया कि मोहान गांव में नदी के बहाओ के कारण किसानों की जमीन का क्षरण होने वाले मामले के निरीक्षण में गए हुए थे। वहीं वापसी के दौरान रास्ते पर एक रेत से भरी हाइवा दिखी, जब हाइवा की रॉयल्टी की जांच की गई तो उसमे परिवहन हो रहे रेत को अवैध पाया गया। जिस पर कार्रवाई कर हाइवा को माइनिंग विभाग सुपुर्द कर दिया गया।समर्थन में उतरे कर्मचारी…पूरा मामला 29 मार्च 2023 का है जब तहसीलदार ने अवैध रेत पर कार्रवाई की। उसी दिन विधायक ने 3 घंटे वाली धमकी दी और 2 घंटे में तहसीलदार का ट्रांसफर भी हो गया। अब पूरी कार्रवाई पर तहसील कार्यालय में हंगामा मच गया है। नाराज तहसील ऑफिस के अधिकारी-कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर दिया। इस हड़ताल का समर्थन वकील संघ ने भी किया। कर्मचारियों का कहना है कि तहसीलदार के खिलाफ नियमों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। जिसका कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। वहीं इस पूरे मामले पर जब संसदीय सचिव और कसडोल विधायक शकुंतला साहू से पत्रकारों ने सवाल पूछा तो वे भड़क गई और और उल्टे पत्रकारों से भिड़ गईं।विधायक जी के पहले के कारनामे!ऐसा पहली बार नहीं है जब विधायक शकुंतला साहू विवादों में आई हों, पहले भी कांग्रेस से कसडोल विधायक शकुंतला साहू ने IPS आईपीएस अंकिता शर्मा के साथ भिड़ गईं थी। जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही पुलिस कार्रवाई का विरोध करने के लिए शकुंतला मौके पर पहुंची थीं। इस दौरान उनकी वहां पर मौजूद आईपीएस अंकिता शर्मा के साथ जमकर बहस हुई। पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। एक बार और विधायक शकुंतला साहू एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थी। यहां क्षेत्रीय जनता के द्वारा विरोध होने पर विधायक भड़क गईं और मंच से जनता को जमकर अपशब्द कहे थे। हालांकि बाद में जब उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने उसी मंच से जनता से माफी भी मांगी।