मेडिकल कॉलेज अधिग्रहण मामला : BJP के आरोपों पर कांग्रेस का करारा जवाब

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रायपुर. चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा की ओर से सरकार पर लगाए गए आरोप पर प्रदेश कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने पलटवार किया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज अधिग्रहण के विषय पर झूठ की राजनीति कर रही है, असल मायने में भाजपा को चंदूलाल मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्रों की भविष्य की चिंता नहीं है, बल्कि अपनी ओछी राजनीति की चिंता है. पूर्व के रमन सरकार के द्वारा चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज खोलने के वक्त केंद्र सरकार को दी गई लेटर ऑफ एसेंशियलीटी (letter of essentiality) के कारण राज्य सरकार ने चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले 450 बच्चों का भविष्य संवारने के लिए मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण किया है.

डॉ. राकेश ने कहा कि अधिग्रहण करने के लिए तय किए गए मापदंडों का पूरा पालन किया है. यदि राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण नहीं करती तो चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों का भविष्य भी यूक्रेन में पढ़ने वाले मेडिकल छात्रों की भविष्य की तरह अंधकारमय में होता.

मूल्यांकन के बाद निर्धारित होगी राशि

डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है. भुगतान की राशि में कोई गड़बड़ी नही है. चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज अधिग्रहण के लिए कलेक्टर की अनुशंसा पर कई विभाग उस मेडिकल कॉलेज की संपत्तियों का मूल्यांकन कर रही है और मूल्यांकन होने के बाद जो तय राशि होगी वह मेडिकल कालेज को भुगतान किया जाएगा. मेडिकल कॉलेज के संचालक मंडल पर जो कर्ज है वह कर्ज का भुगतान संचालक मंडल करेगा. राज्य सरकार सिर्फ संपत्तियों के अधिग्रहण की राशि का भुगतान करेगी. एक भी रुपये का अतिरिक्त भुगतान कांग्रेस सरकार के द्वारा नहीं किया जा रहा. मूल्यांकन के बाद राशि निर्धारित होगी.

विपक्ष में आते ही जिम्मेदारी से क्यों भाग रहे ?

उन्होंने कहा कि प्रदेश मे जब नया मेडिकल कॉलेज सरकारी या निजी खुला खोला जाता है तो उसकी नैतिक जिम्मेदारी राज्य सरकार को लेनी पड़ती है, कि यदि किसी कारणवश विपरीत परिस्थितियों के चलते वह मेडिकल कॉलेज का संचालन संचालक मंडल नहीं कर सकता, तो राज्य सरकार उस मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को अंधकारमय होने नहीं देगी. बल्कि मेडिकल कॉलेज का संचालन स्वयं राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी पर करेगी. ऐसे में भाजपा जो सरकार रहते चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज संचालन की नैतिक जिम्मेदारी का पत्र केंद्र सरकार को लिखे थे, आज विपक्ष में आते ही उसने तक जिम्मेदारी से क्यों भाग रहे हैं?

नेशनल मेडिकल कमिशन ने दिया एफिडेविट

राकेश गुप्ता ने कहा कि नेशनल मेडिकल कमिशन ने पूर्व में चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में कुछ कमियां पाई थी, जिसके चलते मेडिकल कॉलज को नए सत्र के लिए अनुमति नहीं मिली है. इस बार चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज संचालक मंडल और चिकित्सा शिक्षा विभाग ने फर से एफिडेविट देकर नेशनल मेडिकल कमिशन को फिर से चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज का परीक्षण करने का निवेदन किया है और परीक्षण के बाद पहले की तरह ही चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई शुरू हो जाएगी. पहले से पढ़ रहे 450 छात्रों में से अधिकांश छात्रों की पढ़ाई पूरी हो चुकी है. कुछ छात्रों की पढ़ाई अभी जारी है और पुनः चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज छत्तीसगढ़ के छात्र जो चिकित्सा के क्षेत्र में पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें शिक्षा का अवसर प्रदान करेगा.

बता दें कि अधिग्रहण मामले को लेकर बीजेपी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार ने कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जल्दबाजी में अधिग्रहण किया गया है. इसके लिए डबल पैसे भी दिए गए हैं.