छठ पूजा के लिए तैयार छठ घाट: अरपा नदी की आरती के साथ चार दिवसीय पर्व का होगा आगाज

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बिलासपुर 27 अक्टूबर 2022: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कोरोना की त्रासदी के बाद पहली बार दिवाली का उत्साह दिखा। यही उत्साह अब छठ पूजा को लेकर है। इसके लिए आयोजन समिति ने तैयारियां पूरी कर ली है। अरपा नदी स्थित छठ घाट की साफ-सफाई कर उसे आकर्षक लाइटिंग से सजाया गया है। 28 अक्टूबर शुक्रवार की शाम घाट में अरपा मइया की महाआरती के साथ ही चार दिवसीय पर्व का आगाज होगा। बुधवार को पुलिस अफसरों ने आयोजन समिति के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक ली। अरपा का यह छठ घाट देश का सबसे बड़ा और स्थाई घाट है।

मुख्य रूप से पूवोत्तर राज्यों में उत्तरप्रदेश, बिहार और झारखंड में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन अब इसे छत्तीसगढ़ में भी काफी उत्साह के साथ मनाए जाने लगा है। खास कर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पिछले 21 वर्षों से इस पर्व ने अपनी अलग पहचान बनाई है। शहर के सरकंडा और तोरवा पुल के पास बनाए गए घाट में छठ पर्व मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। यहां उत्सव का माहौल नजर आता है और आयोजन के दौरान मेले सा नजारा दिखाई देता है।

सामूहिक आयोजन पाटली पुत्र संस्कृति विकास मंच के साथ जिला प्रशासन की देखरेख में होता है। समिति के पदाधिकारी बताते हैं कि छठ पूजा के लिए बिहार में सैकड़ों घाट हैं। सिर्फ पटना में ही 82 घाट हैं। लेकिन सभी घाटों का क्षेत्रफल 100 से 200 मीटर है। जबकि तोरवा स्थित छठ घाट करीब 8 एकड़ में फैला हुआ है। घाट में नगर निगम ने करीब एक किलोमीटर में पूजा व अर्ध्य देने के लिए सीढ़ियों का निर्माण कराया है। यहां एक साथ 50 हजार से ज्यादा व्रती अर्घ्य दे सकते हैं।

स्थाई घाट में है पार्किंग, सामुदायिक भवन सहित सभी इंतजाम

आयोजन समिति के आरपी सिंह ने बताया कि छठ पूजा स्थल के लिए मुंबई का जुहू स्थित चौपाटी घाट को सबसे बड़ा घाट माना जाता है। लेकिन यह स्थाई नहीं है। तोरवा स्थित छठ घाट स्थाई है, जहां स्थाई रूप से लाइटिंग, पार्किंग स्थल, सामुदायिक भवन, गार्डन के साथ ही पास में पुलिस चौकी सहित सभी व्यवस्थाएं की गई है।

पूजा के लिए छठ घाट तैयार, CCTV कैमरे से रखी जाएगी नजर

पाटली पुत्र विकास मंच ने छठ पूजा के लिए आयोजन समिति का गठन किया है। समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा और सचिव अभयनारायण राय ने बताया कि छठ पर्व पर साल भर में एक बार तोरवा पुल का रंगरोगन समिति द्वारा कराया जाता है। समिति की तैयारी एक सप्ताह से चल रही है। कोरोना काल के बाद पहली बार सामूहिक आयोजन होने के कारण छठ व्रतियों में खासा उत्साह है। व्रतियों की सुरक्षा के लिए पानी में बैरिकेडिंग भी की गई है। पार्किंग स्थल के साथ ही मंच व्यवस्था व लाइटिंग का काम भी पूरा हो गया है। आयोजन के लिए घाट तैयार है और समिति की तैयारी भी अंतिम दौर पर है। पुलिस अफसरों ने इस बार सुरक्षा के लिहाज से परिसर में CCTV कैमरों की व्यवस्था करने को कहा है। जिससे सुरक्षा में आसानी होगी।