छत्तीसगढ़

CG की सिंगर को ब्रेन हेमरेज,गम में बुआ की मौत,मोनिका खुरसैल के इलाज के लिए मदद की दरकार

रायपुर 22 नवम्बर 2022: छत्तीसगढ़ी गीतों से हर कार्यक्रम में लोगों की वाहवाही बटोरने वाली यंग सिंगर मोनिका की हालत गंभीर है। बिलासपुर की रहने वाली मोनिका को रायपुर लाया गया है। शहर के पचपेड़ी नाका स्थित प्राइवेट अस्पताल में इसका इलाज चल रहा है। ब्रेन हेमरेज की वजह से मोनिका की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।

मोनिका खुरसैल ने कई छत्तीसगढ़ी गाने गाए हैं। रायपुर बिलासपुर में स्टेज शोज किए हैं। सोशल मीडिया पर कई फेमस छत्तीसगढ़ी एक्टर्स के साथ इनके कोलैब वीडियो हैं। मगर अब जब जिंदगी मुश्किल में है तो साथ देने वाला कोई नहीं है। खराब माली हालत से गुजर रहे मोनिका के परिवार को सरकार और सामाजिक संस्थाओं से मदद की आस है।

परिवार मुश्किल में

सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला ने दैनिक भास्कर को बताया कि मोनिका यंग टैलेंटेड सिंगर रही हैं। उसे ब्रेन हेमरेज हुआ है। अस्पताल के ICU में हर दिन इलाज का खर्च करीब 1 लाख रुपए आ रहा है। परिवार अपना सब कुछ लगा चुका है। कर्ज भी लिया है, मगर अब परेशानी बढ़ती जा रही है। मोनिका ने मेरी ख़ुशी, अरपा पैरी के धार, बाबा साहेब, होली गीत डारन दे, जैसे गाने गए जो काफी पसंद किए हैं। आज मोनिका ज़िंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।

मां जैसी बुआ गम में चल बसी

अस्पताल में जहां मोनिका अपनी जिंदगी के लिए मौत से लड़ रही है उसकी ये हालत परिवार झेल नहीं पा रहा है। मोनिका की मां नहीं है। बुआ ने ही मां की तरह पाला, मोनिका अपनी बुआ को ही मां कहती थीं। मोनिका की बिगड़ती हालत वो देख न सकीं तीन दिन पहले ही उनका निधन हो गया। बीते 8 नवंबर को मोनिका की दादी का देहांत हो गया। प्रिया शुक्ला ने बताया कि मोनिका के परिवार के लिए ये समय बेहद मुश्किलों भरा है।

परिवार को आर्थिक मदद की आस

मोनिका के पिता प्रमोद पेशे से वकील हैं, सभी घर वालों ने बेटी को बचाने भरपूर प्रयास किया है। अब परिजनाें को उम्मीद है कि उन्हें सरकार से मदद मिल जाए। कुछ मंत्रियों और विधायकों तक बता पहुंचाई भी मगर अब तक कोई ठोस मदद नहीं मिली है। मोनिका की मदद की अपील सामाजिक कार्यकर्ता लोगों से प्रदेश के अन्य कलाकारों से कर रहे हैं।

आप भी कर सकते हैं मदद

सिंगर मोनिका को दुआ और दवा दोनों की जरूरत है। मोनिका के भाई अविनाश के अकाउंट क्यू आर कोड के जरिए उसे मदद भेजी जा सकती है। कुछ लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाया है, आर्थिक मदद के लिए इस क्यू आर कोड को स्कैन कर मदद की जा सकती है।

सरकार ने की थी हर्ष की मदद

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 7 दिन पहले मासूम हर्ष के इलाज के लिए हर मुमकिन मदद का ऐलान किया था। सीएम ने इसके लिए कलेक्टर को निर्देश जारी कर दिए थे। हर्ष को रायपुर के सरकारी मॉडल अस्पताल में भर्ती किया गया था। 13 महीने का हर्ष इलाज के अभाव में परिजनों के साथ रायपुर एम्स के बाहर फुटपाथ पर रहने को मजबूर था। कवर्धा से आए 13 महीने के बच्चे को पांच महीने से मां फुटपंप से सांसें दे रही थी। बच्चे को ब्रेन ट्यूमर है और वो नाक से सांस नहीं ले सकता। अब कैंसर ने इसे घेर रखा है।

राज्य शासन की तरफ से आधिकारिक तौर पर जानकारी देते हुए बताया गया कि हर्ष और उसके परिवार को हर सम्भव सहायता के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के बाद कीमोथेरेपी के लिए हर्ष को ज़िला प्रशासन की ओर से हर सम्भव मदद दी जाएगी। मीडिया के जरिए हर्ष की बीमारी और उसके माता-पिता की बदहाल स्थिति की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर को निर्देशित किया था।

इसके बाद कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ मिथिलेश चौधरी और नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी को परिजनों से मिलने भेजा। दोनों अधिकारियों ने हर्ष के पिता बालकराम डहरे से पूरे मामले की जानकारी ली और कलेक्टर को पूरी जानकारी दी। इसके बाद कलेक्टर ने तत्काल हर्ष और उसके माता-पिता को हर सम्भव मदद देने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे।

Share this

Kailash Jaiswal

"BBN24 News - ताजा खबरों का सबसे विश्वसनीय स्रोत! पढ़ें छत्तीसगढ़, भारत और दुनिया की ब्रेकिंग न्यूज, राजनीति, खेल, व्यवसाय, मनोरंजन और अन्य अपडेट सबसे पहले।"

Related Articles

Back to top button