आदि सेवा पर्व पखवाड़ा में मुख्यमंत्री का ऐलान: 2030 तक बनेगा ट्राइबल विजन डाक्यूमेंट

रायपुर | मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को राजधानी रायपुर स्थित सड्डू के प्रयास आवासीय विद्यालय में ‘आदि सेवा पखवाड़ा’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान जनजातीय गांवों में जमीनी बदलाव लाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 3 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई दी और उनके दीर्घायु जीवन की कामना की। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी जनजातीय गांवों का ‘ट्राइबल विजन डाक्यूमेंट 2030’ तैयार किया जाएगा, जिसका अनुमोदन 2 अक्टूबर को होने वाली ग्राम सभाओं में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस अभियान का लक्ष्य जनजातीय क्षेत्रों में नेतृत्व क्षमता विकसित करना है। देशभर में 20 लाख वालंटियर तैयार करने का लक्ष्य है, जिनमें से छत्तीसगढ़ के 6,650 गांवों में 1.33 लाख वालंटियर बनाए जाएंगे। इन वालंटियरों को ‘आदि साथी’ और ‘आदि सहयोगी’ के रूप में चिन्हांकित कर गांवों के विकास में सहभागी बनाया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आदिम जाति, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग विभाग की योजनाओं के तहत प्रदेश के आश्रम-छात्रावासों में रहने वाले 8,370 विद्यार्थियों को 6 करोड़ 2 लाख 19 हजार 270 रुपये की छात्रवृत्ति और भोजन सहायता राशि का ऑनलाइन अंतरण किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ के तहत विद्यालय परिसर में जामुन का पौधा रोपा और विद्यार्थियों की पेंटिंग व रंगोली प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बच्चों ने मुख्यमंत्री को उनका चित्र उपहार स्वरूप भेंट किया।
विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के बच्चों के साथ मुख्यमंत्री ने दाल-भात, मुनगा की सब्जी और पूड़ी का स्वाद लेते हुए आत्मीय बातचीत की। विद्यार्थियों ने अपने गांवों में चल रही योजनाओं की जानकारी दी, जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें मन लगाकर पढ़ाई करने की प्रेरणा दी और आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम में आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम, अनुसूचित जाति विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब, विधायक मोतीलाल साहू, रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।