20 हजार की शुरुआत से रायपुर के इंजीनियर ने किया 12 लाख का बिजनेस

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रायपुर 2 नवंबर 2022: छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव में कला, संस्कृति के साथ प्रदेश के हुनर भी देखने को मिल रहा है। मेक इन छत्तीसगढ़ की थीम पर रायपुर के एक युवा इंजीनियर ने कुछ हटकर करने की कोशिश की है। इस कोशिश के पीछे स्थानीय स्तर पर इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स तैयार करने का मकसद है।

आदित्य बी. नाम के युवा इंजीनियर ने बनाई है CNC (कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल) मशीन। ये मशीन कंप्यूटर से डेटा लेकर लेजर की मदद ये लकड़ी जैसे सरफेस पर मनचाहा डिजाइन प्रिंट करती है। इसमें लेजर सेंटिंग की मदद से कोई भी मनचाही नक्काशी बिना किसी कारिगर के तैयार की जा सकती है वो भी बिल्कुल एक्यूरेसी के साथ।

चायना से नहीं करना पड़ेगा इंपोर्ट

आदित्य ने बताया कि इस तरह की मशीन का इस्तेमाल, सजावटी चीजें, कस्टमाइज गिफ्ट, फर्नीचर बनाने में होता है। अब तक ये मशीन चायना से मंगवाई जाती रही है। चायना से ऐसी मशीने 6 से 7 लाख रुपए में मिलती हैं। छत्तीसगढ़ में लोकल स्तर पर इस मशीन को तैयार करके आदित्य और उनके साथियों ने इसकी कॉस्ट को आधे से भी कम कर दिया है। अब ये मशीन 1.5 लाख के कीमत पर मिलेगी और इनकी मदद से लोग अपना उद्योग शुरू करके पैसे कमा सकते हैं।

लाखों का बिजनेस

आदित्य ने बताया कि 1.5 लाख की इस मशीन के बारे में वो लगातार इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को बता रहे हैं। अब तक 12 मशीने बेचकर करीब 12 लाख का बिजनेस कर चुके हैं। प्रदेश के INC 36 इंक्यूबेशन सेंटर से इनके स्टार्टअप को मदद मिल रही है। कुछ समय पहले जब इस मशीन को बनाने डिजाइन तैयार किया था तो छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्नीकल युनिवर्सिटी से 20 हजार की फंडिंग मिली थी। इसके बाद कई संस्थानों ने मदद की और अपने प्रोडक्ट को युवा इंजीनियर्स ने तैयार किया।

11 हजार शब्दों से बनाया CM का पोट्रेट

राज्योत्सव में युवाओं के हुनर से जुड़ी हैरान करने वाली और भी चीजें हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्योत्सव एवं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, की छात्रा अनन्या ठाकुर द्वारा कपड़े पर टाइपोग्राफी आर्ट से बनाए गए स्कैच का अनावरण किया।

अनन्या ने बताया कि यह स्कैच उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन की 32 विभिन्न योजनाओं को उल्लेखित करते हुए 11 हजार 5 सौ 60 शब्दों से निर्मित किया है, जिसे बनाने में उन्हें लगभग 1 महीने का समय लगा है। इसके साथ ही उन्होंने इस स्कैच को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए भी भेजा है।

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