जिन बच्चों को बचपन मे अगरबत्ती ,धूपबत्ती ,एक लोटा जल पकड़ा दी जाती है वे बच्चे बड़े होकर नशे की बोतल नही पकड़ते – कथावाचक प. प्रदीप मिश्रा…

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बलौदाबाजार -जीवन के कठिनतम संघर्ष के मध्य अगर हमे किसी भी रूप में शिव कथामहापुरण श्रवण का अवसर प्राप्त हो रहा है तो वह भगवान शिव के आशीर्वाद का फल है थोड़े कष्ट ,तकलीफ संभव है पर मेरे देवादिदेव महादेव की इच्छा से आप और हमको यह पूण्य प्राप्त हो रहा है उक्त बातें अंतरास्ट्रीय कथा वाचक प. प्रदीप मिश्रा ने ग्राम कोकड़ी में जायसवाल परिवार द्वारा आयोजित शिवकथामहापुराण के द्वितीय दिवस व्यासपीठ से कही ।परायणकर्ता पंडित प्रदीप मिश्रा ने उपस्थित अपार जन समूह को बताया कि आपके जीवन की विषम परिस्थितिया भगवान के द्वारा ली जा रही परीक्षा है जिसे आपकी निष्ठा एवं समर्पण ही पास कराएगा इसलिए भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा और कर्म अच्छी बनाये रखे ।

दुनिया जब देती है तो लोग पचास बार बोलते हैं पर भगवान शिव जब देते हैं तो वो नही बोलते बल्कि भक्त कहता है कि भगवान शिव ने हमे दिया है ।व्रत ,पूजन और सेवा का अहंकार किसी व्यक्ति को नही करना चाहिए ,अभिमान उचित नहीं है केवल ये विचार रखिए कि जो हो रहा है वह बाबा भोलेनाथ की कृपा का परिणाम है।हमारा कर्तव्य बस इतना है कि हम अपनी श्रद्धा भगवान शिव को समर्पित करें।अपनी पूजा में भगवान शिव से वैभव ,धन सम्रद्धि ,गाड़ी ,बंगला के बजाय भगवान का साथ मांगिये जब बाबा आपके साथ होंगे तो सारी चीजें स्वत् आपको प्राप्त हो जाएगी।माता पिता गुरु कभी भेद नहीं करते भेद की दृष्टि हमारे मन की उपज है ,जिनके बच्चों को बचपन मे अगरबत्ती ,धूपबत्ती ,एक लोटा जल पकड़ा दी जाती है तब वे बड़े होकर नशे की बोतल नही पकड़ते ,अपने बच्चों को भगवान का ध्वज पकड़ाइये,मंदिर का रास्ता दिखाइए जिससे वे सनातन धर्म की रक्षा का संकल्प लेंगे।कथावाचक प. प्रदीप मिश्रा ने मंत्रमुग्ध होकर सुन रहे श्रद्धालुओं को शिव पुराण में वर्णित प्रसिद्ध शिव भक्तों के जीवन चरित्र ,भक्ति के संबंध में कथा का वाचन किया ।

ग्राम कोकड़ी कथा स्थल के आसपास करीब तीन लाख श्रद्धालुओ का अपार जनसमूह पंडित प्रदीप मिश्रा के दर्शन एवं कथा श्रवण हेतु उपस्थित रहे ।हजारो की संख्या में श्रद्धालु भोजनालय ,पार्किंग, कथा स्थल पर श्रम दान एवं सेवा प्रदान करते रहे ।सुबह से ही श्रद्धालुजनअपने परिवार सहित पहुँचने लगे थे ।आज आयोजन समिति ,पुलिस ,प्रशासन ,एवं बाउंसर को व्यवस्था बनाने में भारी मशक्कत करना पड़ा ,पंडाल के आसपास श्रद्धालुओं ,विभिन्न समाजसेवीयो ,समूहों द्वारा भजन कीर्तन , खाद्य पदार्थों ,चाय नाश्ता का निशुल्क वितरण करते दिखाई दिए ।अन्य प्रदेशों, दूरस्थ अंचलो से आये श्रद्धालुओं द्वारा आयोजन समिति द्वारा संचालितभोजनालय ,यातायात ,पार्किंग स्थल ,बैठक व्यवस्था की खूब सराहना करते दिखाई दिए ।आयोजक परिवार एवं समिति द्वारा व्यवस्था को दिन प्रतिदिन बेहतर बनाये जाने हेतु आश्वस्त श्रद्धालुओं से की है ।