श्री महासती मंदिर का 73वां वार्षिकोत्सव 5 से 7 अगस्त तक, 6 अगस्त को होगा मुख्य आयोजन

भाटापारा। छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक और आस्था के प्रमुख केंद्र श्री महासती मंदिर का 73वां वार्षिकोत्सव इस वर्ष 5 अगस्त 2025 से 7 अगस्त 2025 तक बड़े धार्मिक उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया जाएगा।
मुख्य आयोजन 6 अगस्त (द्वादशी) को होगा, जिसकी शुरुआत सुबह 9 बजे पंचमुखी सुंदरकांड समिति द्वारा सुंदरकांड पाठ से होगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे मुख्य गर्भगृह में छप्पन भोग अर्पण और महाआरती संपन्न होगी।
दोपहर 2 बजे से चित्रकूट के पंडित सनत कुमार मिश्र, भाटापारा के पंडित नंदकिशोर वैष्णव, बिंदु सत्संग मंडल और श्याम मित्र मंडल के द्वारा रामराज्याभिषेक का आयोजन किया जाएगा। इसके उपरांत श्री राम दरबार की आरती और प्रसाद वितरण होगा।
शाम 7 बजे पुनः मुख्य दरबार की आरती होगी, और रात 8 बजे से जयपुर से पधार रही भजन प्रवाहिका श्रीमति कोमल शर्मा का भजन संध्या कार्यक्रम प्रभु इच्छा तक चलेगा।
श्री महासती मंदिर छत्तीसगढ़ का ऐसा पहला मंदिर माना जाता है, जहां मुख्य गर्भगृह में श्री महालक्ष्मी जी, श्री महासती जी और श्री महादुर्गा जी विराजमान हैं। परिक्रमा पथ में अनेक देवी-देवताओं के मंदिर भी स्थित हैं। मंदिर में कुल सात अखंड ज्योतें प्रज्ज्वलित हैं—जिनमें गर्भगृह में दो, श्री हनुमान जी के मंदिर में एक और श्री शिव जी के मंदिर में चार अखंड ज्योतें जल रही हैं।
मंदिर की स्थापना के समय से चित्रकूट के पंडित रामपाल त्रिपाठी सेवा करते रहे, और उनके निधन के बाद वर्तमान में उनके पुत्र पंडित उमाकांत जी धार्मिक सेवाएं दे रहे हैं।
आयोजकों ने सभी भक्तजनों से आग्रह किया है कि वे आकर मातारानी के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त करें।