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Surya Grahan 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण आज, जानें सूतक काल और जरूरी उपाय

 

Surya Grahan 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दोनों ही दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, राहत की बात यह है कि यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए इसका धार्मिक प्रभाव भी सीमित रहेगा। फिर भी, ज्योतिष के अनुसार इस अवधि में कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक बताया गया है।

सूर्य ग्रहण 2025: समय और सूतक काल

पंचांग के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण चैत्र अमावस्या के दिन लगेगा और इस दौरान शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं, जिससे इसका ज्योतिषीय महत्व बढ़ जाता है। भारतीय समयानुसार, यह सूर्य ग्रहण 29 मार्च को दोपहर 2:20 बजे शुरू होगा और शाम 6:14 बजे समाप्त होगा। इस ग्रहण की कुल अवधि करीब 3 घंटे 53 मिनट की होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है, जिसे अशुभ माना जाता है।

क्या करें और क्या न करें?

ग्रहण काल में कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए ताकि इसका नकारात्मक प्रभाव कम हो।

ग्रहण के दौरान करें ये कार्य:

  • खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें, ताकि नकारात्मक ऊर्जा का असर कम हो।
  • धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन और मंत्र जप करें।
  • स्नान, दान-पुण्य और हवन-पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की सफाई करें और स्नान कर पूजा-पाठ करें।

ग्रहण के दौरान न करें ये कार्य:

  • मंदिर की मूर्तियों को स्पर्श करने से बचें।
  • इस समय खाना पकाना वर्जित माना जाता है, हालांकि बीमार, बुजुर्ग और बच्चों के लिए भोजन बनाया जा सकता है।
  • नाखून काटना, बाल कटवाना और तेल मालिश करने से बचें।

किन राशियों पर पड़ेगा असर?

इस सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव खासतौर पर मीन, मिथुन, कन्या और धनु राशि के जातकों पर पड़ सकता है। इन राशियों के लोगों को मानसिक तनाव, करियर में उतार-चढ़ाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

सूर्य ग्रहण के दौरान इस मंत्र का करें जाप

ग्रहण काल के प्रभाव को कम करने के लिए इन मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है—

ॐ ह्रीं घृणि सूर्य आदित्य: श्रीं
ॐ सूर्याय नमः
ॐ आदित्याय च सोमाय

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण

वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक लेता है। इस दौरान बिना उचित सुरक्षा उपायों के सूर्य की ओर देखना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है।

मौसम और प्रकृति पर असर

सूर्य ग्रहण के कारण मौसम में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस ग्रहण का प्रभाव तापमान में अचानक गिरावट या वृद्धि ला सकता है।

Surya Grahan 2025:हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में प्रभावी नहीं होगा, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल और अन्य नियमों का पालन करना लाभदायक माना जाता है। इस दौरान मंत्र जाप, हवन और स्नान-दान करने से शुभ फल मिल सकते हैं। वहीं, ज्योतिषीय दृष्टि से कुछ राशियों को इस ग्रहण का विशेष प्रभाव महसूस हो सकता है।

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Kailash Jaiswal

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