छत्तीसगढ़भाटापारा

रेत माफिया बलौदाबाजार बाजार जिला प्रशासन को दे रहे हैं खुली चुनौती , खाना पूर्ति के लिए रेत घाट पर नाम मात्र की कार्यवाही दूसरे तरफ मशीन से घाट चालू।

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बलौदाबाजारकैलाश जयसवाल – जिले में अवैध रेत खनन और परिवहन को लेकर भेट मुलाकात में बलौदा बाजार विधान सभा आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खनिज अधिकारी कुंदन बंजारे को जिले में अवैध खनन और परिवहन पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया था वही कलेक्टर रजत बंसल के शक्ति के बाद लगातार अवैध उत्खनन और परिवहन एवम रेत घाटों पर कार्यवाही की जा रही है । मगर कुछ घाटों में कारवाही के बाद खनिज विभाग का हाथ पैर फूल जा रहा है क्योंकि रेत घाट चलाने वालों की पहुंच काफी ऊंचा है जिसके कारण आम जनता की शिकायत पर कार्यवाही तो हो रही है पर जो पहुंच वाले घाट है उसे इस कार्रवाई से फर्क नहीं पड़ रहा है क्योंकि उनका घाट तो बंद ही नहीं हो रहा है। हम बात कर रहे हैं रेत घाट मलपुरी और बम्हनी का जहां कारवाही तो हुआ मगर जल्द ही वो घाट पुनः चालू हो गया । सूत्रों की माने तो घाट संचालक अपनी ऊंची पहुंच खनिज विभाग के अधिकारियों को दिखाकर घाट चालू करा ले रहे हैं।

सवाल यह उठता है की क्या रेत माफियों की पहुंच मुख्यमंत्री से ज्यादा है की खनिज अधिकारी को स्पष्ट सीएम द्वारा निर्देश के बाद भी घाट बंद नही हो रहा है ।अवैध रेत खनन और परिवहन से सरकार की छबि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा।सरकार के लगातार निर्देश और अधिकारी के आदेश के बाद भी अवैध रेत खनन और उत्खनन जारी है जिले के संवेदनशील कलेक्टर रजत बंसल द्वारा काफी सख्ती के साथ रेत घाट को प्रारंभ करने की अनुमति दी गई । मगर नियम कानून का रेत माफियों ने खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए नियम को ताक में रखकर अवैध खनन कर रहे है ।जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बलौदा बाजार के भेंट मुलाकात में खनिज विभाग के अधिकारी को स्पष्ट रूप से अवैध खनन के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए थे साथ ही साथ जिला के संवेदनशील कलेक्टर रजत बंसल द्वारा भी अवैध कारोबार ऊपर कार्यवाही के स्पष्ट निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही तो की जा रही है ।क्या है रेत खनन के नियम कोई नही कर रहा पालन,वैसे नदी से रेत खनन का नियम बहुत सख्त और स्पष्ट है कि सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक मैनुअल तरीके से रेत की खुदाई होगी रेत खनन के लिए मशीनों की अनुमति नहीं होगी साथ ही साथ रेत खनन के दौरान नदी के प्रवाह पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए इसके अलावा हर रेत घाट पर रेत भरने वाले मजदूरों के लिए मेडिकल सुविधा और पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण करना साथ साथ हर रेत घाट पर सी सी कैमरा लगाना मगर इसमें से एक भी नियम का न पालन हो रहा है और नही इनको कोई देखने वाले है ।रोज लाखों के रायलटी की चोरी शासन को पहुंचा रहे आर्थिक नुकसान।जिले में संचालित रेत घाटों में रोज लाखों रुपए के राजस्व की चोरी खुलेआम की जा रही है क्योंकि बैगर पीट पास और रॉयल्टी के सैकड़ो गाड़िया रोज निकल रही है जिसे कोई देखने वाला नही कलेक्टर के निर्देश जिस दिन होता है विभाग के लोग जाग जाते है और बाकी दिन घोर निद्रा में सो जाते है कार्यवाही के लिए इन्हे बार बार जगाने पड़ता है ।जप्त चैन माउंटेन मशीन थाने में खड़ी फिर भी दूसरे मशीन से संचालित हो रहा घाट। बकायदा अवैध रेत खनन के मामले में पलारी तहसीलदार द्वारा मलपुरी रेत घाट से चैन माउंटेन मशीन जप्त कर गिधपुरी थाने में खड़ी किया गया है मगर दूसरे मशीन लगाकर ठेकेदार द्वारा पुनः घाट प्रारंभ कर लिया गया है इससे क्या साबित होता है की क्या कार्यवाही दिखावे मात्र का है या फिर ठेकेदारों के सामने खनिज विभाग बेबस है । खैर जो भी हो मगर ये तो साबित हो रहा है की पवार और पहुंच के सामने नमस्थक है विभाग के अधिकारी ।तहसीलदार ने मलपुरी घाट बंद कर 80लाख का जुर्माना वसूली कर चुके है अनुशंसा,वही मलपुरी रेत घाट पर कार्यवाही करने वाले तहसीलदार नीलमणि दुबे ने अपने प्रतिवेदन में रेत घाट को निरस्त कर बंद करने के साथ साथ स्वीकृत एरिया से करीब 100एकड़ अधिक पर अवैध खनन और परिवहन करने की रिपोर्ट भेज उक्त घाट की टीम द्वारा जांच करने की बात लिखा है मगर आज तक न तो घाट बंद हुआ और नही उसका मशीन रिलीज हुआ है मगर रेत घाट लगातार संचालित हो रहा है ।