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रायपुर. राजस्थान के राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमि. (State Power Generation Corporation Ltd.) के मैनेजिंग डायरेक्टर आर.के शर्मा छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे है. इस दौरान उन्होंने परसा कोल ब्लॉक (Parsa Coal Block) को लेकर मुख्य सचिव, समेत तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही परसा ग्राम पहुंचकर स्थानीय ग्रामीणों से चर्चा की है. राजस्थान में कोयले की कमी पड़ रही है. छत्तीसगढ़ से बहुत ही कम मात्रा में कोयला राजस्थान पहुंचाया जा रहा है. इसीलिए बैठक कर सीधे बातचीत हुई है. परसा कोल ब्लॉक का ग्रामीण विरोध नहीं कर रहें है. कुछ लोग हैं, कुछ कारण है, उसे समझकर कोल ब्लॉक का कार्य शुरू किया जाएगा. सभी ने पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया है. राजस्थान की समस्या जल्द खत्म हो जाएगी.
आर.के शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीते 2 सालों में पांचवा दौरा है. राजस्थान राज्य में कोयला की बड़ी शॉर्टेज आ चुकी है. पूरे देश के मुकाबले राजस्थान में कोयले की ज्यादी परेशानी हो चुकी है. इसीलिए मैं खुद यहां पहुंचकर केंद्र सरकार से जो कोल माइंस हमें दी गई है. इसमें 3 ब्लॉक दिए गए थे, जिसमें परसा की क्षमता ज्यादा है. इन सब माइंस से हमें प्रतिदिन 10-12 रैक्स कोल मिलते थे. जिसे अब पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है. इसीलिए अब राज्य में कोयले की परेशानी बन रही है.
शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने बड़ा इन्वेस्टमेंट किया है. उन सभी का भारी नुकसान हो जाएगा. इसीलिए परेशानियों को देखने के लिए खुद पहुंचा हुआ हूं. प्रशासनिक स्तर पर कोई दिक्कत आ रही है, तो उसमें प्रशासन से सहयोग मांगा जाएगा. राजस्थान में अभी मांग और बढ़ रही है, उसके मुकाबले हमारे पास पर्याप्त कोयला बचा ही नहीं है. जिससे लंबी परेशानी भविष्य में होने वाली है. राजस्थान में केवल 4-5 दिनों का ही कोयला का स्टॉक बस पड़ा है.
डायरेक्टर ने कहा कि हमारी माईनिंग 2007-08 से हो रही है. आज तक कभी कोयला खनन का विरोध नहीं हुआ है. अब अचानक विरोध कैसे आ गया. मेरा बहुत सामान्य प्रश्न है, ये विरोध करने वाले कौन हैं, कैसा व्यवधान पैदा हो रहा है. जो स्वीकार नहीं है. राजस्थान सरकार ने हजारों करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है, जिसका बड़ा नुकसान होगा. मेरा मानना है कि देश के विकास को कुछ लोग रोक रहें है. मैंने देखा है, परसा में आम जनता को कोई परेशानी नहीं है. हमारी माइंस में सीएसआर एक्टिविटी भी बहुत कराई जाती है. भविष्य में हम वहां 100 बिस्तर का सुपसस्पेशिलीटी का अस्पताल लेकर आने वाले है. सभी के साथ बैठकें हुई है. सभी ने पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया है. छत्तीसगढ़ से जल्द ही कोयला लिया जाएगा.