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भाटापारा पुलिस के कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवाल? अपराधी बदलने पर आक्रोशित परिजन व शहरवासी मृतक के शव को थाने में रखकर किया प्रदर्शन….

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भाटापारा पुलिस के कार्यप्रणाली पर उठ रहे है सवाल? अपराधी बदलने पर आक्रोशित परिजन व शहरवासी मृतक के शव को थाने में रखकर किया प्रदर्शन….

भाटापारा एक महीने में दो ऐसी घटना घटी है जिसमें शहर थाना पुलिस ने धनबल के आधार पर कार्य किया है मंडी के पास सिमगा के मत्स्य विभाग में पदस्थ अधिकारी ने नशे के हालात में तीन गाड़ियों को टक्कर मार कर छतीग्रस्त कर दिया था जिसे शहर थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपी बता कर प्रकरण दर्ज किया था और दूसरी घटना शहर के एक ट्रांसपोर्ट के बिना लाइसेंस चालक ने एक व्यक्ति को ठोकर मार दिया था जिसका ईलाज के दौरान मौत हो गया, फिर शहर थाना पुलिस ने गाड़ी मालिक से लेनदेन कर आरोपी चालक के स्थान पर दूसरे ड्राइवर को आरोपी बनाकर प्रकरण दर्ज कर मुचलके पर रिहा कर दिया था , मृतक के परिवार शव का पोस्टमार्टम होने के शहर थाना परिसर में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया तब दो दिन बाद सही आरोपी वाहन चालक को गिरफ्तार किया गया
अब सवाल यह उठता है कि आम आदमी स्थानीय पुलिस प्रशासन पर कैसे भरोसा करें ,

शहर में जन चर्चा चल रह है कि अपराध करो पैसा दो, ऊपर पहुंच का धौंस दिखाओ और अपराधी बदल दो ,,,,,

मामला नगर की कृषि उपज मंडी के समीप 6 जून लगभग शाम 7.00 बजे मंडी रोड के समीप ट्रक चालक द्वारा युवक को टक्कर मार दी गई। युवक को गंभीर चोट लगने के बाद उसे उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया।

घटना के तत्काल बाद प्रार्थी द्वारा रिपोर्ट

प्रार्थी कैलाश कुमार साहू पिता
पीला राम 30 वर्ष निवासी नयागंज वार्ड भाटापारा ने 6 जून को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि बड़े भाई चेतन साहू को ट्रक क्रमांक सीजी 04 3882 का चालक गोलू ठाकुर ने गोलू ठाकुर निवासी नेहरू वार्ड ने तेजी गति व लापरवाही पूर्वक ट्रक चलाकर एक्सीडेंट किया है, जिससे इसके दोनों पैर में गंभीर चोट आई है जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 279, 337 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना अंतर्गत कार्रवाई की गई।

विवेचना मे ट्रक चालक का नाम बदले जाने से विवाद की स्थिति निर्मित

विवेचना के दौरान ट्रक चालक का नाम बदलकर जीवनलाल ध्रुव उर्फ गोलू पिता हरिकिशन का नाम आना ही देर रात तक विवाद का विषय बन गया। जबकि आरोपी ड्राइवर दिन भर शहर में घूमता पाया गया। जिसके चलते मृतक के परिजनों एवं शहरवासियों मे असन्तोष का लहर दौड गया व मृतक के शव को थाने मे रखकर लगभग 7 घंटा तक धरना देकर बैठे रहे वही उपस्थित भीड के द्वारा पुलिस प्रशासन व व्यवस्था के विरोध मे नारे भी लगाये गये

घटना के बादर भी घुमता रहा खूनी ट्रक का पहिया

विवेचना के दौरान घटना में प्रयुक्त वाहन को जब्त किया गया। परंतु घटना को अंजाम देने के उपरांत 12 घंटे तक शहर मे घुमता रहा जिसके फलस्वरूप धान से भरी ट्रक को खाली भी करा लिया गया

खूनी ट्रक के ड्राइवर को तत्काल छोडे जाने पर मृतक के परिजन आक्रोशित

खूनी ट्रक के ड्राइवर को तत्काल छोडे जाने व विवेचना मे अन्य दूसरे ड्राइवर का उल्लेख किये जाने पर मृतक के परिजन व शहरवासी शव के साथ देर रात तक परिजनों द्वारा थाने में धरना प्रदर्शन किया जाता रहा।

थाने मे 12.30 बजे तक चला उधल पुथल के बाद दिन मे भी रहा आक्रोशित माहौल

मृतक के शव को लेकर सुलह नहीं हो पाया। अनुविभागीय अधिकारी आशीष अरोड़ा द्वारा परिजनों को लगातार समझाइश दी गई, लेकिन परिजन अंत तक आरोपी ड्राइवर और ट्रक मालिक को थाने लाने की मांग पर अड़े रहे।

विवेचना मे लापारवाही,प्रधान आरक्षक सस्पेंड

संवैधानिक प्रक्रियाओं के मामलों को लेकर विगत कुछ दिनों से भाटापारा शहर थाना विवादों में घिरा हुआ है। यह थाना जिला पुलिस प्रशासन के नियंत्रण के बाहर होता भी प्रतीत होता है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने तत्काल प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है

लगाई गई धारा

घटना घटित होने के बाद शहर थाना द्वारा आवश्यक धाराएं 279, 337 लगा दी गई थी। उपचार के दौरान पीड़ति के मृत होने की सूचना के बाद आगे की धारा मर्ग प्राप्त होने के पश्चात पृथक से जोड़ने की बात शहर थाना द्वारा कही गयी है।

मृतक ने मरने से पहले ही दिया था बयान

गौरतलब है की मृतक ट्रक के चपेट मे आकर बुरी तरह से घायल हो गया था इस कारण घायल अवस्था मे ही उसी मौहल्ले का गाडी होने के कारण डाईवर व गाडी मलिक का नाम अपने एक्सीडेन्टल बयान मे दिया था

मृतक के दो छोटे बच्चे की परवरिश की चिंता

*गौरतलब है की मृतक चेतन साहू के निधन उनके छोटे मासूम बच्चों की परवरिश की चिंता उनके परिजनों चेहरे मे साफ देखा जा रहा था जिसके सर से पिता व एक धर्म पत्नी के सर से उनके पति का साया छिन गया

एक्सीडेन्टल मे आरोपी का तत्काल छोडा जाना भी असंतोष का विषय

गौरतलब है की उक्त घटना क्रम को लेकर एक वकील से लिये जानकारी के अनुसार कोई भी गम्भीर एक्सीडेन्टल मामला हो जमानती प्रक्रिया है परंतु जिसके चलते पुलिस द्वारा तत्काल मुहचलके मे जमानत दे दिया जाता है परंतु स्थिति परिस्थिति वश ऐसे मामलों को कुछ समय रोककर जमानत भी दिया जा सकता है है या आरोपी को कोर्ट मे प्रस्तुत करने के बाद जमानत दिया जाता है लेकिन घटना क्रम के लम्बी प्रक्रिया के बाद हिरासत मे लिया जाता है लेकिन प्रक्रिया जितना अधिक समय लगा उससे भी आधे समय मे आरोपी को छोडा जाना उक्त घटना क्रम मृतक के परिजनों के लिये सबसे बडे असंतोष का कारण रहा वही शनिवार सुबह पुनः जनता जनार्दन व विधायक का दबाव बनाने पर पुलिस प्रशासन द्वारा गैर जमानती धारा के तहत आरोरा ट्रक चालक के डाईवर को गिरफ्तार किया गया

विधायक इन्द्र साव की उपस्थित मे मृतक के परिजनों को मुवायजा राशि

शुक्रवार को चले मामले को गम्भीरता को देखते हुये विधायक इन्द्र साव ने शहर थाना पहुंच मामले को संज्ञान मे लिया पीडित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये मुवायजा राशि के लिये विशेष प्रयास किया जिसमे वकीलो के मौजूदगी मे समझौता नामा के अंतर्गत 2लाख नगदी व 3 लाख रुपये सोमवार को देंगे व बाकी 10 लाख 2 साल के अन्दर दिये जाने की बात कही गई

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