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Sharad Purnima aur Chandra Grahan 2023: हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) का विशेष महत्व होता है। हर साल आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है।माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होकर धरती पर अमृत की बारिश करता है।इसलिए इस दौरान पूरी रात चांद की रोशनी में खीर रखी जाती है। हालांकि क्या आपको पता है किस समय चांदनी में खीर रखी जानी चाहिए? अगर नहीं तो आइए बताते हैं….
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज
शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण इन राशियों के जातकों के लिए शुभ
जानें कब चांदनी में रख सकते हैं खीर
चंद्र ग्रहण का समय
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने चंद्र ग्रहण को लेकर जानकारी देते हुए बताया- ‘शाम 4.04 बजे से ‘सूतक’ शुरू हो जाएगा। सभी मंदिर बंद हो जाएंगे और धार्मिक गतिविधियां रोक दी जाएंगी। आज रात 1.04 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा, इसके बाद 1.44 बजे चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा। ये सभी कार्य रात में ही होंगे’
इन राशियों पर पड़ेगा अच्छा प्रभाव
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए कल का दिन शुभ होगा। उनके करियर में चल रही परेशानियां दूर होंग, बिगड़े काम बन जाएंगे और आर्थिकी में लाभ होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए भी ये दिन अच्छा होगा। इन्हें नौकरी में उन्नति मिल सकती है, कारोबार बढ़ेगा और परिवार में खुशियां आएंगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों की सेहत में सुधार होगा, अगर वह किसी तरह के मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं तो उन्हें इससे राहत मिलेगी। साथ ही घर-परिवार में खुशहाली आएगी।
इस समय चांदनी में रखें खीर
भारतीय ज्योतिष कर्माकांड महासभा के विद्वानों के अनुसार, 28 अक्टूबर यानी की शनिवार शाम 4 बजकर 4 मिनट से पहले ही खीर में गंगाजल, तुलसीपत्र और कुश डालकर चंद्रोदय की रोशनी में रखा जाना चाहिए। साथ ही ग्रहण लगने से पहले ही हटा भी लिया जाना चाहिए। ऐसा करने से खीर अशुद्ध नहीं होगा।