महिला विश्व कप में भारत का स्वर्णिम पल, BCCI ने टीम को दिया 51 करोड़ का पुरस्कार

मुंबई। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने नया इतिहास रचते हुए पहली बार आईसीसी महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। मुंबई के डी. वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से पराजित कर विश्व क्रिकेट में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज करा दिया।
मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 298 रन बनाए। टीम की सलामी जोड़ी ने शानदार शुरुआत दी। शेफाली वर्मा ने 87 रन, दीप्ति शर्मा ने 58 रन और स्मृति मंधाना ने 45 रन की बेहतरीन पारियां खेलीं। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद 246 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने घातक गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके, जबकि शेफाली वर्मा ने भी 2 विकेट हासिल किए।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपए के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक “स्वर्णिम अध्याय” है।
आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल ने इस जीत की तुलना पुरुष टीम की 1983 विश्व कप विजय से करते हुए कहा, “आज का दिन महिला क्रिकेट के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। भारतीय महिला टीम ने जो कर दिखाया है, वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।”
भारत की यह जीत न केवल मैदान पर बल्कि देशभर के दिलों में गूंज रही है। खिलाड़ियों की आंखों में खुशी के आंसू थे, तिरंगा लहराया और पूरा देश गर्व से झूम उठा।
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत मानी जा रही है — एक ऐसा युग, जहां भारत की बेटियां अब विश्व क्रिकेट की नई पहचान बन चुकी हैं।



