छत्तीसगढ़

मनरेगा के क्रियान्वयन में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले का राज्य में तीसरा स्थान, 460 ग्रामों के 37 हजार से अधिक हितग्राही हो रहे है लाभांवित

Share this

बलौदाबाजार,28 नवम्बर 2022: कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश एवं जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा के सतत मॉनिटरिंग में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन में बलौदाबाजार- भाटापारा जिले का पूरे राज्य में तीसरा स्थान है। जिले के 460 ग्राम पंचायतों में 37 हजार 490 हितग्राहियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। जिसमें जनपद पंचायत कसडोल के 101 ग्राम पंचायतों में 7 हजार 989,भाटापारा के 73 ग्रामों में 6 हजार 889, पलारी के 83 ग्रामों में 6 हजार 667 बलौदाबाजार के 74 ग्रामों में 6 हजार 323, सिमगा के 78 ग्रामों में 6 हजार 224 एवं बिलाईगढ़ के 50 ग्रामों में 3 हजार 398 हितग्राही शामिल है।

सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा के के साहू ने जानकारी देते हुए कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्रामीणों के आजीविका का आधार स्तंभ है। योजना से ग्रामीणो को रोजगार की प्राप्ति के साथ ही साथ ग्रामो में स्थायी परिसंपत्ति का निर्माण भी किया जाता है। जिसमेे मुख्यतः पंजीकृत श्रमिको को रोजगार प्रदाय किया जाना,जल संरक्षण के कार्याे पर व्यय,कृषि एवं कृषि कार्य से संबंध संरचनाओ पर व्यय,समय पर मजदूरी भुगतान,समय पर कार्याे की स्वीकृति, प्रति परिवार औसत सृजित मानव दिवस,कार्य का पूर्णता का प्रतिशत, आंगनबाड़ी भवन निर्माण,निजी डबरी, सामुदायिक नवीन तालाब,कुंआ निर्माण आदि शामिल है।

इसके साथ ही उन्होनें बताया कि विभाग द्वारा राज्य स्तर की जारी सूची के आधार पर बलौदाबाजार -भाटापारा जिला तीसरा स्थान जबकि कांकेर जिला को प्रथम एवं सूरजपुर को द्वितीय स्थान रोजगार के मानव सृजन में मिला है। कलेक्टर ने इस उपलब्धि हेतु महात्मा गांधी नरेगा के समस्त अधिकारी,कर्मचारी, रोजगार सहायक एवं ग्राम पंचायतो के सरपंच एवं अन्य जनप्रतिनिधि को बधाई एवं धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा का कार्य बिना जनप्रतिनिधियों के सहयोग बिना संभव नही हो पाता है। उनके जागरूकता से ही मनरेगा के कार्य गावों में सुचारू रूप से चल पाता है।उन्होंने आगें कहा की भविष्य में भी हमें इसी तरह कार्य करतें रहना है।