सरकार ने मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत की जांच शुरू की

file photo
Share this

New Delhi: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) ने मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दस हाथियों की मौत की जांच के लिए एक टीम गठित की है। यह टीम मामले में स्वतंत्र जांच कर रही है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने भी मामले की जांच करने और सरकार को एक रिपोर्ट सौंपने के लिए पांच सदस्यीय राज्य स्तरीय समिति का गठन किया है। पांच सदस्यीय समिति का नेतृत्व एपीसीसीएफ (वन्यजीव) को सौंपा गया है। समिति में सामाजिक संगठन, वैज्ञानिक और पशु चिकित्सक सदस्य हैं। राज्य टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) के प्रमुख भी इस मामले की जांच कर रहे हैं। एसटीएसएफ ने जंगलों और आसपास के गांवों में तलाशी ली है और घटना के बारे में गहन पूछताछ कर रही है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक, मध्य प्रदेश बांधवगढ़ में डेरा डाले हुए हैं और मामले में की जा रही जांच एवं कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं। दूसरी ओर, अपर वन महानिदेशक (बाघ और हाथी परियोजना) और सदस्य सचिव, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, एआईजी एनटीसीए, नागपुर के साथ स्थलों का दौरा किया और विभिन्न संबंधित मुद्दों और संभावित मुद्दों और हाथियों की मौत का के संभावित कारणों पर राज्य के अधिकारियों के साथ चर्चा की।

मध्य प्रदेश राज्य के संबंधित अधिकारियों द्वारा साझा की गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हाथियों की मौत जहर के कारण हो सकती है। मौत के सही कारणों का पता गहन जांच, विस्तृत पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, हिस्टोपैथोलॉजिकल और टॉक्सिकोलॉजिकल रिपोर्ट के नतीजों और अन्य पुष्टिकारक साक्ष्यों के बाद ही चलेगा।