300 से अधिक बच्चों को डॉक्टर साहब ने कोख में ही मार डाला, 30000 रुपए जिला अस्पताल में करवाते थे अवैध अबॉर्शन

Share this

मैसूर: Illegal Abortion Case वैसे तो भारत में गर्भपात करवाना अपराध है, लेकिन देश में कई ऐसे ठिकाने हैं जहां बिंदास अबॉर्शन कराया जाता है। ये मामला तब और गंभीर हो जाता है जब सरकारी अस्पताल में ही ऐसा रैकेट चलने लगे। जी हां ये मामला बेंगलुरु का है, जहां पुलिस ने एक डॉक्टर और लैब टेक्नीशियन को अवैध तरीके से अबॉर्शन करवाले के आरोप में गिरफ्तार किया है। बता दें कि इसी महीने ही अस्पताल के की मैनेजर मीना और रिसेप्शनिस्ट रिजमा खान को इसी मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

मिली जानकारी के अनुसार डॉ. चंदन बल्लाल और उसका लैब टेक्नीशियन निसार को पुलिस ने अवैध तरीके से गर्भपात करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि दोनों ने मिलकर 900 से अधिक अबॉर्शन करवाए हैं, वो भी मात्र तीन साल के भीतर। हैरान की बात तो ये है कि अवेध अबॉर्शन का गोरख धंध जिला अस्पताल में चलता था। वहीं, अवैध अबॉर्शन के लिए आरोपियों ने रेट भी तय कर रखा था। इस काम के लिए वो 30000 रुपए लेते थे।

गौरतलब हे कि पुलिस ने बीते महीने शिवालिंगे गौड़ा और नयन कुमार को रंगे हाथों धर दबोचा था। बताया गया कि दोनों एक गर्भवती महिला को कार में बैठाकर गर्भपात के लिए अस्पताल ले जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था कि मंड्या में गुड़ की यूनिट को अल्ट्रासाउंड स्कैन सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि इस यूनिट में छापेमारी के दौरान एक स्कैन मशीन बरामद की थी, जिसका न तो कोई वैलिड अथॉराइजेशन था और न ही कोई ऑफिशियल डॉक्यूमेंट।फिलहाल मामले में पुलिस जांच कर रही है। वहीं, पुलिस का अंदेशा है कि इस गिरोह के तार बड़े नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। साथ ही ये भी माना जा रहा है कि गिरफ्तार डॉक्टर और लै​ब टेक्नीशियन कई बड़े खुलासे कर सकते हैं।