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HEALTH TIPS 7 नवम्बर 2022: आजकल लोगों को नसों में प्रॉबलम की शिकायत ज्यादा है। इसका कारण घंटो-घंटो एक ही जगह पर बैठे रहना, सिस्सटम में काम करना, हो सकता है। ऐसे में हाथ-पैर सुन्न होना, मसल्स में दर्द, नसों का ब्लॉक होना आम बात है। ऐसे में लाइफ्टाइल में सुधार करके इन परेशानियों को ठीक किया जा सकता है। जिसमें योग की अहम भूमिका है। तो आज हम आपको ऐसी ही कुछ चुनिंदा योगासन के बारे में बताने जा रहे है जो ना ही सिर्फ नसों के ब्लॉक होने की प्रॉब्लम्स को ठीक कर देगा, बल्कि आपके ब्लड सर्क्युलेशन को भी फिर से पहले जैसा कर देगा।
त्रिकोणासन
इस आसन में सबसे पहले त्रिकोणासन आता है। त्रिकोण आसन एक स्टैंडिग पोज है। ये मसल्स की टोनिंग के लिए बहुत अच्छा है। ब्लॉक नसों को खोलने के लिए ये आसन बहुत अच्छा होता है। इस आसन को करने से चेस्ट को खोलने और लंग्स की ग्रोथ में मदद मिलती है। अगर आपका ब्लड सकुर्लेशन खराब है, तो रोजाना इसे करने से ब्लड सकुर्लेशन में इंप्रूवमेंट होना शुरू हो जाता है। इस पोज को करने से सारटोरियस, ग्लूट्स रेडियस, आब्लिक और ट्राइसेप्स जैसी मसल्स की स्ट्रेचिंग में मदद मिलती है।
अधोमुख श्वानासन योग
दूसरे नंबर पर अधोमुख श्वानासन योग आता है। ये आसन ब्लड सर्कुलेशन के लिए बहुत अच्छा है। इस आसन को करने से ग्रैविटी आपके सिर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद करती है। इससे आपके पैर मजबूत होते हैं और उनमें सकुर्लेशन अच्छा हो जाता है। साथ ही इससे हाथ और बैक की मसल्स भी मजबूत हो जाती है। इस योगा पोज को करने से हैमस्ट्रिंग, लैटिसिमस डोर्सी, डेल्टॉइड, ग्लूट्स, और क्वाड्रिसेप्स जैसी मसल्स स्ट्रान्ग होती है और इन्हें स्ट्रेच मिलता है। इससे बॉडी में ब्लड का फ्लो सही रहता है, साथ ही नसें भी सही ढंग से काम करती है।
विपरीत करणी योगासन
तीसरा आसन है विपरीत करणी योगासन। ये आसन उल्टे रहने के प्रोसेस को हाइलाइट करता है। इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। इसके साथ ही ज्यादातर बीमारियां ठीक हो जाती हैं। इसे करने से हैमस्ट्रिंग और गर्दन की स्ट्रेचिंग अच्छे से हो जाती है। इस आसन की एक खास बात यही है कि इसे किसी भी उम्र में किया जा सकता है। बंद या ब्लॉक नसों को खोलने के लिए इस आसन को रोजाना किया जा सकता है।