मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिव्यांग बच्चों के साथ मनाई दीपावली, रायपुर में बनेगा देश का आधुनिक दिव्यांग पार्क

रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर में आयोजित “दीपावली मिलन समारोह” में जरूरतमंद दिव्यांग बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां साझा कीं। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा एक निजी होटल में आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने घोषणा की कि रायपुर में 5 एकड़ भूमि पर दिव्यांगजनों के लिए एक अत्याधुनिक और सर्व-सुविधायुक्त पार्क का निर्माण किया जाएगा। यह पार्क दिव्यांगजनों के मनोरंजन और पुनर्वास दोनों के लिए एक मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में उपस्थित दिव्यांग बच्चों से आत्मीय मुलाकात की और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं। कोंपलवाणी और अर्पण संस्था के बच्चों ने साइन लैंग्वेज में सुंदर प्रस्तुति दी, जिसे मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए दोहराया और बच्चों से “गुड मॉर्निंग” व “गुड आफ्टरनून” जैसे शब्द भी साइन लैंग्वेज में सीखे।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में दिव्यांगजनों के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं — नि:शुल्क कृत्रिम अंग वितरण, स्वरोजगार हेतु ऋण सहायता और प्रशिक्षण जैसी पहलें दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक ने रायपुर में दिव्यांग पार्क की घोषणा की थी, जिसे अब राज्य सरकार मूर्त रूप दे रही है।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। उन्होंने याद दिलाया कि पहले भी एसोसिएशन ने मरीजों के लिए एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई थी, जिससे अनेक जरूरतमंदों को राहत मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह वर्ष छत्तीसगढ़ निर्माण का 25वां वर्ष है। हमें गर्व है कि इस रजत जयंती वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हम ‘विकसित छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट’ के माध्यम से उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि राज्य में सड़क नेटवर्क का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रायपुर–विशाखापत्तनम और रायपुर–धनबाद कॉरिडोर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिससे प्रदेश की कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी।
समारोह में महाराष्ट्र और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि दिव्यांगों के अधिकारों से जुड़ा विधेयक पारित होने के बाद उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में तीन गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि समाज को दिव्यांगजनों की संवेदनाओं को समझने की दिशा में और जागरूक होना चाहिए।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी से इस बार दीपावली का उत्सव अधिक उल्लासपूर्ण रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के गठन को ऐतिहासिक निर्णय बताया।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप योजनाबद्ध विकास से छत्तीसगढ़ तेजी से विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो रहा है। कौशल विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के साथ दीपावली मनाना “खुशियां बांटने की संस्कृति” का प्रतीक है।
कार्यक्रम में पैरों से पेंटिंग करने वाले दिव्यांग चित्रकार गोकर्ण पाटिल ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री साय ने उनकी कलाकृति की सराहना की और उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने उपस्थित बच्चों को गर्म कपड़े भी वितरित किए।
इस अवसर पर विधायक इंद्र कुमार साहू, रायपुर की महापौर मीनल चौबे, एसोसिएशन के अध्यक्ष अंजय शुक्ला सहित अनेक गणमान्यजन, सामाजिक कार्यकर्ता और दिव्यांग संस्थाओं के बच्चे उपस्थित थे।



