CBSE का निर्देश: 10वीं के इन छात्रों के लिए नहीं होगा दूसरा बोर्ड टेस्ट, जानें पूरी गाइडलाइन

नई दिल्ली। नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 2026 से साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। इस बड़े बदलाव को लेकर छात्रों और अभिभावकों के बीच उठ रहे सवालों को ध्यान में रखते हुए CBSE ने एक विशेष वेबिनार आयोजित किया, जिसमें बोर्ड के चेयरमैन ने नई व्यवस्था के सभी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।
विचार-विमर्श के बाद हुआ निर्णय
CBSE चेयरमैन के अनुसार, बोर्ड के सामने शुरू में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने का विकल्प था, जिससे पाठ्यक्रम का बोझ कम किया जा सकता था। हालांकि, इससे परीक्षा प्रबंधन, मूल्यांकन और समय-सारणी से जुड़ी कई जटिलताएँ सामने आतीं। इसलिए विस्तृत समीक्षा और कई दौर की बैठकों के बाद तय किया गया कि छात्रों का तनाव कम करने और उन्हें दो मौके देने के लिए वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाएँ आयोजित की जाएँ।
दो बोर्ड परीक्षाओं के प्रमुख नियम
- पहली परीक्षा ही मुख्य बोर्ड परीक्षा होगी और सभी छात्रों के लिए इसमें बैठना अनिवार्य रहेगा।
- यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में तीन से कम विषयों में शामिल होता है, तो वह दूसरी परीक्षा देने का पात्र नहीं होगा।
- दूसरी परीक्षा केवल उन्हीं विषयों में आयोजित की जाएगी, जिनमें 50% से अधिक एक्सटर्नल असेसमेंट होता है।
- प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट केवल एक बार—पहली परीक्षा के दौरान ही होंगे। इन्हें दोबारा नहीं कराया जाएगा।
दूसरी परीक्षा की प्रक्रिया
पहली बोर्ड परीक्षा के नतीजे अप्रैल में जारी होंगे। इसके बाद 10–15 दिनों के भीतर दूसरी परीक्षा के लिए विकल्प चुनने की विंडो खोली जाएगी। दूसरी परीक्षा का परिणाम जून के अंत तक घोषित कर दिया जाएगा, ताकि छात्रों के एडमिशन प्रोसेस में कोई बाधा न आए।
हेल्पलाइन भी जारी
CBSE ने 10वीं बोर्ड से संबंधित किसी भी प्रश्न या जानकारी के लिए हेल्पलाइन भी जारी की है। छात्र और अभिभावक
व्हाट्सऐप नंबर 7906627715 पर संपर्क कर सकते हैं या info.exam@cbseshiksha.in पर ईमेल भेज सकते हैं।



