दुर्ग में अश्लील वीडियो से ब्लैकमेलिंग: पति-पत्नी गिरफ़्तार, 2 करोड़ की अवैध वसूली का खुलासा

दुर्ग। वैशाली नगर थाना पुलिस ने अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग और जबरन वसूली करने वाले एक दंपति को गिरफ्तार किया है। आरोपी निलिमा यादव उर्फ निलम लहरे और उसका पति आनंद, सुनियोजित तरीके से लोगों को फंसाकर उनसे मोटी रकम ऐंठते थे। पुलिस ने अब तक इस ब्लैकमेलिंग से प्राप्त 1.65 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है।
13 जून को पीड़ित ने दर्ज कराई थी शिकायत
एक व्यक्ति द्वारा 13 जून को वैशाली नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि निलिमा और आनंद ने मिलकर उसका अश्लील वीडियो बनाया और फिर परिवार व अन्य लोगों को वीडियो भेजने की धमकी देकर करोड़ों रुपये की मांग की। उसने मोबाइल चैट, अनुबंध और वॉयस रिकॉर्डिंग जैसे डिजिटल साक्ष्य भी पुलिस को सौंपे।
प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए गए, मामला दर्ज
प्रारंभिक जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर थाना वैशाली नगर में आरोपी दंपति के खिलाफ अपराध क्रमांक 177/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(2), 351(2) और 61(2) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की।
आरोपियों ने कबूला गुनाह
पूछताछ के दौरान निलिमा लहरे और आनंद ने स्वीकार किया कि उन्होंने षड्यंत्रपूर्वक वीडियो बनाकर पीड़ित को ब्लैकमेल किया और करोड़ों रुपये की अवैध वसूली की। इस अपराध के लिए दोनों ने मिलकर योजना बनाई थी और कई लोगों को इसी तरह निशाना बनाया।
1.65 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त
पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 1.65 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है। बरामद सामानों में 16 लाख 45 हजार रुपये नकद, लगभग 80 लाख 49 हजार रुपये मूल्य के सोने के बिस्किट और आभूषण, 25 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट, 35 लाख रुपये कीमत का एक बंगला, दो दोपहिया वाहन, करीब 8 लाख रुपये मूल्य की एक SUV, 100 अमेरिकी डॉलर की विदेशी मुद्रा और फर्जी सिम कार्ड सहित तीन मोबाइल फोन शामिल हैं। ये सभी वस्तुएं आरोपियों के कब्जे और बैंक लॉकर से बरामद की गई हैं।
पुलिस कर रही आगे की जांच, अन्य पीड़ितों की तलाश जारी
थाना प्रभारी और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस टीम पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस को संदेह है कि आरोपी दंपति ने इसी तरीके से अन्य लोगों को भी निशाना बनाया हो सकता है। मामले से जुड़े अन्य सबूत जुटाए जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर अन्य धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं।