भाटापारा रेलवे स्टेशन अमृत योजना में शामिल, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से पहली बारिश में ही बदहाल..

भाटापारा, छत्तीसगढ़ – देशभर में रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए शुरू की गई “अमृत भारत स्टेशन योजना” के तहत भाटापारा रेलवे स्टेशन को भी चुना गया है। इस योजना के तहत स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करना था, लेकिन अभी तक जो काम हुआ है, वह खुद सवालों के घेरे में है।
पहली ही बारिश में स्टेशन की पोल खुल गई। स्टेशन परिसर पानी से लबालब हो गया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा दिक्कत टिकट काउंटर और यात्री प्रतीक्षालय में देखने को मिली, जहां जगह-जगह पानी भर गया।
हैरानी की बात तो यह रही कि प्रतीक्षालय और प्लेटफॉर्म के पास मवेशी खुलेआम घूमते नजर आए। इससे न केवल यात्रियों को असुविधा हुई, बल्कि साफ-सफाई और सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
स्थानीय यात्रियों और व्यापारियों का कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही इसका मुख्य कारण है। निर्माण कार्य अधूरा है, और जो कार्य पूरे हुए हैं, उनकी गुणवत्ता संदेह के घेरे में है।
रेलवे प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन स्थानीय लोगों ने जल्द सुधार की मांग की है। यदि समय रहते स्थिति नहीं सुधारी गई, तो अमृत योजना का उद्देश्य सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह जाएगा।