राष्ट्रीय सहकारी शिखर सम्मेलन में अमित शाह का संबोधन, सतत कृषि और सहकारी मॉडल पर होगी चर्चा

नई दिल्ली : हरियाणा के पंचकूला में बुधवार को कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (केआरआईबीएचसीओ) की ओर से राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसका मुख्य विषय होगा “सहयोग से समृद्धि: सतत कृषि में सहकारी समितियों की भूमिका”।
सम्मेलन का उद्देश्य किसानों की आय स्थिर करने, छोटे और सीमांत किसानों तक किफायती कृषि ऋण पहुँचाने, और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के अनुरूप सहकारी कृषि मॉडल को मजबूत करना है। इसमें नीति, प्रबंधन और कार्यान्वयन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि होंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह भिवानी के सलेमपुर प्लांट में मिल्क कूलिंग सेंटर और रेवाड़ी के जटुसाना में हैफेड आटा मिल का ई-उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा, हरियाणा के सहकारी बैंकों के लाभार्थियों को रुपे प्लैटिनम डेबिट कार्ड वितरित किए जाएंगे और ए-पीएसीएस अध्यक्षों को पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। मंत्री अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के तहत किए जा रहे सहकारी प्रयासों को प्रदर्शित करने वाले पोर्टल का भी उद्घाटन करेंगे।
सम्मेलन में किसानों तक कृषि ज्ञान, आधुनिक तकनीक, जैविक खेती और जलवायु अनुकूल खेती के तरीकों को पहुँचाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को सस्ते ऋण, प्रशिक्षण और नई कृषि तकनीकों तक पहुंचाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल है।
केआरआईबीएचसीओ पिछले वर्षों में उर्वरक आपूर्ति, कृषि सलाहकार सेवाएँ और किसान केंद्रित विभिन्न पहलों के माध्यम से लाखों किसानों तक लाभ पहुँचाता रहा है। पंचकूला में आयोजित यह राष्ट्रीय सम्मेलन, अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत भारत के सहकारी आंदोलन को नई दिशा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।



