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आज नहीं होगा आफताब का नार्को टेस्ट,फोरेंसिक अफसरों को कोर्ट के आदेश का इंतजार, दिल्ली पुलिस ने तैयार की है 50 सवालों की लिस्ट

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नई दिल्ली 21 नवम्बर 2022: श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट आज नहीं होगा। FSL के अधिकारी ने कहा कि नार्को टेस्ट से पहले उसके भावनात्मक, मानसिक, साइकोलॉजिकल और फिजिकल हेल्थ का पता लगाने के लिए प्री-नार्को टेस्ट किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अगर इनमें से किसी की भी रिपोर्ट में गड़बड़ी पाई जाती है तो नार्को एनालिसिस टेस्ट नहीं होगा।

फोरेंसिक साइकोलॉजी डिवीजन हेड डॉ. पुनीत पुरी​​​​​​​ ने बताया कि पॉलीग्राफ परीक्षण के लिए व्यक्ति की अनुमति चाहिए होती है, कोर्ट ने हमें नोर्को टेस्ट की अनुमति दी है। अगर हमें आज कोर्ट के आदेश मिल जाते हैं तो 10 दिनों में पॉलीग्राफ, साइकोलॉजिकल और नार्को टेस्ट के सारे काम पूरे हो जाऐंगे। यह टेस्ट रोहिणी के डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने 50 सवालों की लिस्ट तैयार की है। टेस्ट के दौरान फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) टीम भी मौके पर मौजूद रहेगी।

इससे पहले दिल्ली पुलिस के सामने आफताब ने कबूल किया कि उसने श्रद्धा का सिर दिल्ली के एक तालाब में फेंका था। इस जानकारी के बाद दिल्ली पुलिस रविवार शाम छतरपुर जिले के मैदान गढ़ी पहुंची और यहां मौजूद एक तालाब खाली करवाने का काम शुरू किया गया। इसके अलावा गोताखोरों को भी बुलाया गया। अभी तक श्रद्धा का सिर नहीं मिल पाया है।

श्रद्धा मर्डर केस के अपडेट्स…

दिल्ली पुलिस की टीमें हिमाचल प्रदेश के पार्वती घाटी इलाके, देहरादून और ऋषिकेश में भी सर्च अभियान चला रही हैं।
दिल्ली पुलिस आज मुंबई के उस फाइव स्टार होटल स्टाफ से पूछताछ करेगी, जहां आफताब शेफ के तौर पर काम करता था
पुलिस ने छतरपुर जिले के महरौली जंगल से तीसरे दिन खोपड़ी और कुछ हड्डियां मिलीं। अब तक 17 हड्डियां बरामद की गई हैं, उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
दिल्ली पुलिस की टीम का अभी तक आफताब के परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। उनकी तलाश जारी है।
दिल्ली पुलिस अब भी मर्डर वेपन, श्रद्धा के फोन और कपड़ों की तलाश कर रही है।

श्रद्धा मर्डर केस की जांच CBI को सौंपने की मांग

दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर श्रद्धा मर्डर केस की जांच CBI को सौंपने की मांग की गई है। एक प्रैक्टिसिंग वकील ने याचिका में कहा है कि यह घटना लगभग 6 महीने पहले हुई थी। दिल्ली पुलिस के पास कर्मचारियों की कमी और सबूतों को खोजने के लिए पर्याप्त तकनीकी उपकरणों की कमी है। इस कारण सटीक जांच नहीं की जा सकती है।

श्रद्धा की हत्या के 18 दिन बाद मंगवाया सामान

आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के करीब 18 दिन बाद 5 जून को मुंबई से दिल्ली कुछ सामान मंगवाया था। गुडलक पैकर्स एंड मूवर्स से जुड़े गोविंद यादव ने इसकी सारी जानकारी पुलिस को दे दी है। पूछताछ के बाद उसने मीडिया से बातचीत में बताया कि आफताब ने ये सामान मंगवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई थी। वह उस समय छुट्टी पर था, इसलिए दूसरे कर्मचारियों ने आफताब का सामान दिल्ली शिफ्ट किया था। इसके लिए आफताब ने 20 हजार रुपए दिए थे। यादव ने बताया कि इनमें सभी घरेलू सामान था। यादव ने बुकिंग से जुड़े सभी दस्तावेज पुलिस को सौंप दिए हैं।

आफताब के परिवार ने 20 दिन पहले खाली किया घर

दिल्ली पुलिस की टीम ने रविवार को पालघर जिले के वसई इलाके की यूनीक पार्क हाउसिंग सोसाइटी के सेक्रेटरी अब्दुल्ला खान का बयान दर्ज किया, जहां आरोपी आफताब अपने परिवार के साथ रहता था। पूछताछ में खान ने बताया कि आफताब को घर किराए पर दे रखा है। उसके परिवार ने करीब 20 दिन पहले अपना घर खाली कर दिया था।

खान ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि आफताब का परिवार कहां गया। दिल्ली पुलिस ने मामले के सिलसिले में श्रद्धा और आफताब के दोस्तों और रिश्तेदारों सहित कई लोगों को बुलाया है और उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

पुलिस के हाथ 18 अक्टूबर का CCTV फुटेज लगा

दिल्ली पुलिस के हाथ बीते शनिवार को 18 अक्टूबर का CCTV फुटेज लगा था। इसमें सुबह चार बजे आफताब बैग ले जाते हुए देखा गया। पुलिस को शक है कि वह श्रद्धा के बॉडी के टुकड़ों को फेंकने गया था। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने आफाताब के महरौली वाले फ्लैट से सारे कपड़ों को जब्त कर लिया है। इनमें श्रद्धा के कपड़े भी शामिल हैं।

आफताब-श्रद्धा 8 मई को दिल्ली पहुंचे, 18 को कत्ल

आफताब-श्रद्धा मुंबई से दिल्ली 8 मई को आए थे। यहां से पहाड़गंज के होटल और फिर साउथ दिल्ली में रहने लगे। साउथ दिल्ली के बाद महरौली के जंगल के पास फ्लैट लिया था। दिल्ली पहुंचने के 10 दिन बाद यानी 18 मई को 28 साल के आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया और उसके 35 टुकड़े किए, जिन्हें उसने लगभग तीन हफ्ते तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा। इसके बाद हर रोज इन टुकड़ों को मेहरौली के जंगल में फेंकने जाता था। आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे।

श्रद्धा मर्डर केस में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। 27 साल की लड़की को उसके लिव-इन पार्टनर ने किस बेरहमी से मारा और फिर उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए, यह कहानी अपने आप में दिल दहलाने वाली है, लेकिन इसमें सबसे दुखद पहलू श्रद्धा के पिता का है। उन्हें इस बात का अफसोस है कि उनकी बेटी ने प्यार में जिद के चलते उनकी बात नहीं मानी। अगर मान ली होती तो आज वह जिंदा होती।