कांकेर हिंसा के विरोध में छत्तीसगढ़ बंद का व्यापक असर, भाटापारा में पूरी तरह बंद रहे बाजार

भाटापारा | कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र में धर्मांतरण के विरोध के दौरान हुई हिंसा और इसके बाद सामने आए कथित प्रशासनिक भेदभाव के खिलाफ बुधवार को सर्व समाज छत्तीसगढ़ के आह्वान पर आयोजित “छत्तीसगढ़ बंद” का प्रदेशभर में व्यापक असर देखने को मिला। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के समर्थन से प्रदेश के अधिकांश शहरों में व्यापारिक गतिविधियाँ ठप रहीं।
भाटापारा में बंद का असर पूरी तरह दिखाई दिया। सुबह से ही हटरी बाजार, सदर बाजार, बस स्टैंड क्षेत्र, सब्जी मंडी सहित सभी प्रमुख बाजार बंद रहे। व्यापारियों ने एकजुट होकर बंद में भाग लिया, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, भाटापारा इकाई के उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह सलूजा ने बताया कि चेम्बर के आह्वान पर व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। उन्होंने कहा कि यह बंद कांकेर की घटना के विरोध में तथा प्रशासनिक भेदभाव के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है।
उल्लेखनीय है कि बंद से पूर्व चेम्बर भवन में प्रदेश अध्यक्ष सतीश थौरानी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें व्यापारिक संगठनों ने बंद को सफल बनाने की रणनीति तय की। बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष जसप्रीत सिंह सलूजा ने कहा कि चेम्बर के गठन के बाद यह पहला अवसर है जब किसी बंद को इतना व्यापक और स्वतःस्फूर्त समर्थन मिला है।
प्रदेश अध्यक्ष सतीश थौरानी के नेतृत्व में भाटापारा में बंद शांतिपूर्ण और पूर्णतः सफल रहा। इस दौरान चेम्बर के पदाधिकारी एवं व्यापारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। चेम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष श्री चंद छाबड़िया ने बंद को सफल बनाने वाले सभी व्यापारियों और संगठनों का आभार व्यक्त किया।



