प्रदेश में धान खरीदी का शुभारंभ: किसानों की उम्मीदों में नई चमक

रायपुर :छत्तीसगढ़ में शुक्रवार सुबह भोर की पहली किरण के साथ धान खरीदी प्रक्रिया की आधिकारिक शुरुआत हो गई। राज्यभर के उपार्जन केंद्रों में किसानों की हलचल और उत्साह स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके को किसानों की मेहनत और सरकार पर उनके विश्वास का उत्सव बताते हुए कहा कि धान खरीदी को पूरी तरह पारदर्शी, सुव्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
तैयारियाँ पूरी, जिलों को दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी उपार्जन केंद्रों में आवश्यक आधारभूत सुविधाएँ पूरी कर ली गई हैं। किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए हर जिले के प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को जमीन पर प्रभावी तरीके से लागू करने को लेकर सरकार पूरी तरह सजग है।
खरीदी व्यवस्था में बड़ा तकनीकी बदलाव
इस वर्ष धान खरीदी प्रणाली को पूरी तरह तकनीक-सक्षम बनाया गया है। सरकार ने निम्न प्रमुख तकनीकी प्रणालियाँ लागू की हैं—
- तुँहर टोकन एप के माध्यम से डिजिटल टोकन
- जीपीएस आधारित परिवहन की मॉनिटरिंग
- सतर्क एप के जरिए रियल-टाइम निगरानी
- कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर के माध्यम से राज्यस्तरीय मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इन प्रणालियों से खरीदी प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी, तेज तथा निष्पक्ष बनेगी।
किसानों को मिलेगी सम्मानजनक खरीदी एवं समय पर भुगतान
सरकार ने आश्वासन दिया है कि किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी और समय पर भुगतान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का हित ही सरकार की कार्ययोजना का केंद्र है।
किसानों में उत्साह, मंडियों में रौनक
धान खरीदी शुरू होते ही प्रदेशभर के मंडियों और उपार्जन केंद्रों में रौनक बढ़ गई है। किसान समय से खरीदी शुरू होने और तकनीकी सुविधाओं से संतुष्ट दिखाई दिए। सरकार का दावा है कि इस बार की खरीदी का अनुभव किसानों के लिए पहले से कहीं अधिक सहज होगा।
“किसान ही छत्तीसगढ़ की आत्मा” – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि किसानों का अटूट विश्वास ही छत्तीसगढ़ की प्रगति की वास्तविक ताकत है।
“छत्तीसगढ़ की आत्मा हमारे किसान हैं। आज शुरू हो रही धान खरीदी उनके परिश्रम को सम्मान देने का अवसर है।” — मुख्यमंत्री



