ममता बनर्जी का ऐलान: “संघीय ढांचे में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं, बंगाल खुद लेगा फैसले”

सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में आयोजित सभा से केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने एनआरसी नोटिस, प्रवासी श्रमिकों पर अत्याचार और संघीय ढांचे में हस्तक्षेप जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को घेरा।
ममता बनर्जी ने कहा कि पिछली बार मतदाता पुनरीक्षण में दो साल लगे थे, लेकिन अब इसे महज दो-तीन महीने में पूरा करने की बात कही जा रही है। यह कैसे संभव है? उन्होंने साफ कहा कि “दिल्ली नहीं, बंगाल ही बंगाल को चलाएगा।”
सीएम ममता ने आरोप लगाया कि अन्य राज्यों में बांग्ला भाषा बोलने वालों को ‘बांग्लादेशी’ कहकर उत्पीड़न किया जा रहा है और उन्हें जबरन बांग्लादेश भेजने की कोशिश हो रही है। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ममता बनर्जी के आरोप:
- असम से बंगाल के लोगों को एनआरसी नोटिस भेजे जा रहे हैं।
- उत्तर प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, बिहार और मध्य प्रदेश में प्रवासी बंगाली श्रमिकों पर अत्याचार।
- केंद्र सरकार संघीय ढांचे में हस्तक्षेप कर रही है।
उन्होंने कहा कि बंगाल हमेशा दूसरे राज्यों से आए लोगों का सम्मान करता है और उनके साथ प्यार का व्यवहार करता है। “लेकिन हमारे लोगों पर अत्याचार हुआ तो चुप नहीं बैठेंगे,” ममता ने दो टूक कहा।