खरीफ सीजन में खाद-बीज की किल्लत पर कांग्रेस का हमला, आंदोलन की चेतावनी
भाजपा सरकार किसानों के मुंह से निवाला छीनना चाहती है : सुशील शर्मा

भाटापारा प्रदेश में खरीफ फसल की बोनी का समय आ चुका है, लेकिन प्राथमिक सहकारी संस्थाओं में खाद और बीज की भारी कमी देखी जा रही है। इस स्थिति को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि एवं कृषि उपज मंडी के पूर्व अध्यक्ष सुशील शर्मा ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार किसानों के मुंह से निवाला छीनने की साजिश रच रही है।
सुशील शर्मा ने कहा कि बोनी के महत्वपूर्ण समय पर किसानों को खाद और बीज की अनुपलब्धता परेशानी का गंभीर कारण बन रही है। किसान दर-दर भटक रहे हैं और बाजार से ऊंचे दामों में खाद और बीज खरीदने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने बताया कि सहकारी समितियों में डीएपी खाद की उपलब्धता बेहद कम है और बाजार में इसकी कीमत 1800 रुपये तक पहुंच चुकी है, जबकि इसकी सरकारी कीमत मात्र 1350 रुपये है।
उन्होंने बताया कि कई गांवों में किसानों ने धान की बोनी शुरू कर दी है, वहीं कई गांवों के किसान अब भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच बीज और खाद की किल्लत से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं।
शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि कृषि अधिकारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि जल्द ही सहकारी समितियों में बीज और खाद की पर्याप्त आपूर्ति नहीं की गई, तो कांग्रेस पार्टी प्रदेशभर में आंदोलन छेड़ेगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस जल्द ही कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन शुरू करेगी।
अंत में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का किसान विरोधी रवैया अब स्पष्ट हो चुका है और कांग्रेस पार्टी किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करने को तैयार है।