पंचायत कर्मचारियों से मारपीट मामला: SDOP पर गंभीर आरोप, जांच समिति गठित – आंदोलन जारी

बीजापुर। कुटरू थाना क्षेत्र में उपविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) बृज किशोर यादव और उनके सुरक्षा कर्मियों पर तकनीकी सहायक तथा ग्राम पंचायत सचिव के साथ मारपीट का गंभीर आरोप सामने आया है। इस घटना के विरोध में पंचायत कर्मचारियों ने “काम बंद – कलम बंद” आंदोलन की घोषणा कर दी है, जिससे पूरे जिले में पंचायत से जुड़े विकास कार्य ठप हो गए हैं।
घटना उस समय हुई जब तकनीकी सहायक संतोष कुंजाम (भैरमगढ़) और ग्राम पंचायत उसकापटनम के सचिव बाबू राव पुलसे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर वापस लौट रहे थे। लौटते समय वाहन को साइड न देने को लेकर एसडीओपी और उनके सुरक्षा कर्मियों ने दोनों अधिकारियों के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार और मारपीट की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा ने तत्काल प्रभाव से तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। समिति को निर्देश दिया गया है कि वह निष्पक्ष और तथ्यात्मक जांच कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
इधर, घटना से आक्रोशित पंचायत सचिव संघ, मनरेगा महासंघ और रोजगार सहायक संघ सहित कई कर्मचारी संगठनों ने 2 जून को प्रस्तावित ‘न्याय यात्रा’ को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यह फैसला पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए लिखित और मौखिक आश्वासन के बाद लिया गया, जिसमें उन्होंने दो दिनों के भीतर जांच पूरी कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
हालांकि संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक पीड़ित कर्मचारियों को न्याय नहीं मिलता और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक पंचायत विभाग के सभी कार्य बंद रहेंगे। कर्मचारियों का कहना है कि तीन दिन बीत जाने के बावजूद एसडीओपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, जिससे कर्मचारियों में गहरा असंतोष है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर शीघ्र सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और अधिक व्यापक और उग्र रूप ले सकता है।