पर्यावरण और सुरक्षा मानकों के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 43 खदानों को स्टार अवॉर्ड से सम्मानित

रायपुर | मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ माइनिंग कॉन्क्लेव 2025 में भाग लेते हुए राज्य में वैज्ञानिक पद्धति और नवाचारी खनन के माध्यम से विकास और पारदर्शिता की नई दिशा को रेखांकित किया। इस अवसर पर आईएसएम धनबाद और छत्तीसगढ़ भौमिकी एवं खनन संचालनालय के बीच क्रिटिकल मिनरल के अन्वेषण के लिए एमओयू, तथा कोल इंडिया और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के बीच महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर हुए।
मुख्यमंत्री साय ने खनिज ऑनलाइन 2.0, डीएमएफ पोर्टल और रेत खदानों की नीलामी के लिए रिवर्स ऑक्शन पोर्टल का शुभारंभ किया। इसके अलावा, 5 माइनिंग ब्लॉकों की एनआईटी जारी की गई और 9 खदानों को प्रिफर्ड बिडर आदेश प्रदान किए गए। पर्यावरण प्रबंधन और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए उत्कृष्ट कार्य करने वाली 43 खदानों को स्टार अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिजों का विवेकपूर्ण उपयोग और उद्योगों का संतुलित विकास देश की प्रगति के लिए आवश्यक है। पारदर्शी नीलामी, डिजिटल निगरानी और ई-नीलामी की पहल से छत्तीसगढ़ खनन क्षेत्र में नई दिशा प्राप्त कर रहा है। उन्होंने डीएमएफ से 1,673 करोड़ रुपये का अंशदान और वर्ष 2024-25 में 14,195 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व को गर्व का विषय बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जिसने लिथियम ब्लॉक की नीलामी की है और अब तक 60 खनिज ब्लॉकों की नीलामी पूरी हो चुकी है। क्रिटिकल मिनरल्स के लिए माइनिंग कॉर्पोरेशन और कोल इंडिया के बीच, तथा क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में आईआईटी रुड़की और आईएसएम धनबाद के साथ एमओयू साइन किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वैज्ञानिक और सतत खनन के माध्यम से विकास और पारदर्शिता की नई कहानी लिखी जा रही है। उन्होंने खनिज ऑनलाइन 2.0, डीएमएफ पोर्टल 2.0 और रिवर्स ऑक्शन पोर्टल को राज्य के खनन प्रबंधन में मील का पत्थर करार दिया।
मुख्य सचिव विकासशील और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष सौरभ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में खनन क्षेत्र में नवाचारी कार्य हो रहे हैं। खनिजों से राजस्व और रोजगार बढ़ रहा है और युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर कुशल मानव संसाधन तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने गौण खनिज खदानों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली खदानों को स्टार अवॉर्ड प्रदान किए। 3 खदानों को 5 स्टार, 32 खदानों को 4 स्टार और 8 खदानों को 3 स्टार अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, एसईसीएल बिलासपुर के मुख्य महाप्रबंधक हरीश दुहन और खनिज एवं उद्योग क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित थे।