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BBN24/29 अगस्त 2024 : प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे शहर के निचले इलाकों में चिंता का माहौल है। बीते 24 घंटों के दौरान दोनों नदियों का जलस्तर लगभग सवा मीटर बढ़ गया है, जिससे यमुना का जलस्तर 80 मीटर के खतरनाक स्तर को पार कर गया है। इस दौरान प्रयागराज में 37.75 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसमें करछना तहसील में सर्वाधिक 74 मिमी बारिश हुई। यमुनापार के मेजा क्षेत्र में 50 मिमी और गंगापार के हंडिया तहसील में 61 मिमी बारिश दर्ज की गई। सदर तहसील में भी 51 मिमी बारिश हुई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
इस बीच, विभिन्न बैराजों और बांधों से नदियों में छोड़े जा रहे पानी के कारण प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार रात को यमुना का जलस्तर नैनी में 79.23 मीटर था, जो 24 घंटे बाद बढ़कर 80.42 मीटर हो गया। इसी तरह, गंगा का जलस्तर छतनाग में मंगलवार रात 78.52 मीटर दर्ज किया गया था, जो बुधवार रात 79.79 मीटर हो गया। इस प्रकार गंगा में 1.27 मीटर और यमुना में 1.19 मीटर की वृद्धि हुई है।
प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर तीसरी बार इस स्तर पर पहुंचा है। इससे पहले भी दो बार जलस्तर में बढ़ोतरी हो चुकी है, जब एक बार गंगा का पानी श्री बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर गया था। दूसरी बार जलस्तर में वृद्धि के बाद मंदिर के पास से पानी वापस हो गया था, लेकिन अब फिर से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। कानपुर, मध्य प्रदेश और अन्य स्थानों से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे नदियों के किनारे बसे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे हैं।
कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नदियों में उफान बना हुआ है। हालांकि, बृहस्पतिवार को बारिश से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन जलस्तर अब भी खतरे के निशान पर है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए यह स्थिति और भी अधिक चिंताजनक है, क्योंकि पानी के स्तर में लगातार वृद्धि से बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और त्वरित कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।