छत्तीसगढ़

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर द्वरा रेडियो संवाद 90.8 एफएम द्वारा टीबी जागरूकता अभियान की शुरुआत

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रायपुर। 21 नवम्बर, 2022।कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में संचालित रेडियो संवाद 90.8 एफएम द्वारा स्मार्ट नई दिल्ली के सहयोग से टीबी जागरूकता अभियान की शुरूआत की गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए रायपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी ने कहा कि टीबी एक गंभीर बिमारी है। भारत में 2025 तक इस बीमारी को पूरी तरह खत्म करने की योजना तैयार की गई है। छत्तीसगढ़ इस गंभीर चुनौती को 2023 तक अपने राज्य से खत्म कर देना चाहता है। डॉ. चौधरी ने कहा कि टीबी बीमारी के लक्षणों में शाम को बुखार आना, 15 दिन से ज्यादा खांसी होना, खांसी के साथ बलगम एवं खून आना, छाती में तेज दर्द होना प्रमुख हैं।लोग इस बीमारी के लक्षण दिखने पर समय पर इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंचते और बीमारी को गंभीर कर लेते हैं
। इस बीमारी के प्रति जागरुक होने की जरूरत है। टीबी का इलाज व दवाईयां निशुल्क हैं। सालभर के सफल इलाज के द्वारा रोगी ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि इस दिशा में रेडियो संवाद द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम बहुत सकारात्मक भूमिका निभाएंगे। इन जागरूकता अभियानों के द्वारा ही हम टीबी जैसी गंभीर बिमारी को हरा पाएंगे। इस अवसर पर टीबी विशेषज्ञ डॉ. अविनाश चतुर्वेदी ने कहा कि हर साल लगभग 10 लाख मौतें टीबी की वजह से होती हैं। हमारा लक्ष्य प्रति 40 व्यक्तियों का चिन्हांकन करके इसके प्रभाव का कम करना है। बीमारी और इंफेक्शन दोनों अलग हैं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर टीबी का असर ज्यादा होता है। टीबी में रोग की पहचान समय पर नहीं हो पाने के कारण इलाज में बहुत देरी से हो जाती है। तब तक एक संक्रमित रोगी 10 लोगों को बीमार कर चुका होता है। इस बीमारी पर काबू पाने के लिए 20 प्रतिशत लोगों को स्कैन करके उनके बलगम की जांच करके रोगी की पहचान और बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकता है। इस मौके पर दिल्ली से आयीं पॉकेट एफएम की मैनेजर सुश्री एस्थर ने कहा कि आज सोसायटी इंटरटेनमेंट पोस्ट के दौर में खड़ी हुई है। जहां पर हेल्थ बहुत प्राथमिकता में नहीं है। उन्होंने कहा कि मीडिया को हेल्थ कम्युनिकेशन को प्राथमिकता देना चाहिए। इस मौके पर विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय नॉवेल एवं स्टोरी लेखन कार्यशाला भी प्रारंभ की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता में कुलसचिव डॉ आनंद शंकर बहादुर ने कहा कि यह वर्कशॉप दो आयामी है। एक ओर नॉवेल एवं स्टोरी लेखन पर कार्यशाल है। वहीं दूसरी ओर टीबी जैसी घातक बीमारी पर जागरूकता अभियान की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि टीबी का सम्पूर्ण उन्मूलन जागरूकता अभियानों से ही संभव है।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि रेडियो संवाद 90.8 एफएम द्वारा टीबी बीमारी के प्रति जागरूकता एवं उन्मूलन के लिए स्मार्ट नई दिल्ली के सहयोग से टीबी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है
। इस अभियान के दौरान विश्वविद्यालय के विद्यार्थी 10 ग्रामों में पहुंचकर रेडियो के माध्यम से अगले 3 महीनों तक जागरूकता अभियान चलाएंगे
कार्यक्रम का संचालन वर्षा शर्मा एवं आभार प्रदर्शन डॉ. वैशाली गोलाप ने किया। इस अवसर पर पॉकेट एफ एम से तारन दास मानिकपुरी, आदित्य जैन सहित शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।