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गरियाबंद 22 नवम्बर 2022: गरियाबंद जिले में धान खरीदी केंद्र की मांग को लेकर ग्रामीणों के हिंसक प्रदर्शन के बाद मंगलवार को नेशनल हाईवे- 130 सी (अभनपुर-देवभोग) को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहीं पूरे शहर में भी जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात है।
ग्रामीण मंगलवार को भी नेशनल हाईवे को जाम करने के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया है। सभी ग्रामीणों को एक ही जगह पर रखने के बजाय उन्हें अलग-अलग इलाकों में रखा गया है, क्योंकि पुलिस को आशंका है कि अगर इन सभी को एक ही जगह रखा गया, तो फिर से ये लोग उग्र हो सकते हैं। देवभोग-धुरूवागूड़ी FCI गोदाम के पास 20 से ज्यादा ग्रामीणों को रखा गया है, वहीं सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस कैंपस में 40 से अधिक ग्रामीणों को रोककर रखा गया है।
50 से ज्यादा गांववाले इंदागांव पुलिस थाना परिसर में नजरबंद हैं। वहीं 30 से ज्यादा लोगों को अमलीपदर थाना कैंपस में रखा गया है। 137 जवान और 6 अधिकारियों की ड्यूटी एरिया में लगाई गई है। वहीं सोमवार को हुई हिंसा के मामले में 26 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि इनमें भाजयुमो जिला अध्यक्ष माखन कश्यप और पूर्व मंडल अध्यक्ष पुनीत सिन्हा का नाम भी शामिल है। इन सभी के खिलाफ मारपीट, शासकीय काम में बाधा डालने, बलवा, सरकारी संपत्ति नुकसान जैसी 10 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
एडिशनल एसपी चन्द्रेश सिंह ठाकुर सोमवार से ही मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। वहीं माहौल नहीं बिगड़े, इसके लिए सभी प्रदर्शनकारियों को अलग-अलग जगह पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि बाद में सभी को समझा-बुझाकर छोड़ दिया जाएगा।
सोमवार को पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। भीड़ ने पहले तो पुलिस टीम पर पथराव किया था, फिर ईंट लेकर पुलिस के पीछे ही दौड़ पड़े। हमले में 3 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे। ये सभी लोग धान खरीदी केंद्र की मांग को लेकर जुटे थे, मगर पुलिस से उनकी बहस हो गई थी। जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए थे।
बातचीत से मामला सुलझाने की कोशिश
इधर पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाया है। एसडीएम केएस पिस्दा ने कहा कि गांववालों की धान खरीदी केंद्र की मांग मान ली गई है। हालांकि उन्हें बताया गया है कि सरकारी प्रक्रिया में थोड़ा समय लगता है। स्थानीय निवासी मोती जगत ने भी कहा है कि उनकी मांग को माने जाने का आश्वासन मिला है, इसलिए वे अपना आंदोलन स्थगित कर रहे हैं।
सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अधीन आने वाले 7 गांव के कई लोगों ने यहां पर धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास चक्काजाम किया था। इस चक्काजाम में महिला किसान भी शामिल हुई थीं। सभी एक ही बात को लेकर NH-130 पर ही बैठ गए थे कि जब तक हमारे लिए नया खरीदी केंद्र नहीं खोला जाता, तब तक हम नहीं उठेंगे। जब पुलिस वालों ने उन्हें समझाने की कोशिश की थी, तो उन्होंने उन पर हमला करने के साथ ही जबरदस्त पथराव भी कर दिया था। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर हालात पर काबू पाया गया था।