छत्तीसगढ़दुर्घटनाबड़ी खबर

भिलाई में रची गई थी कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या की प्लानिंग, एसपी ने किया खुलासा

नारायणपुर। नारायणपुर में कांग्रेस नेता विक्रम बैस की हत्या के 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पूर्व रंजिश पर हत्या की थी। हत्या का मास्टर माइंड मनीष राठौर अब भी फरार है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल, गंडासा, दोपहिया वाहन, आरोपियों के मोबाईल आदि को जब्त किया गया। नारायणपुर, दुर्ग, रायपुर एवं बिलासपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी पकड़ाए।

आज पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने एसपी कार्यालय में प्रेसवार्ता में बताया कि 13 मई की रात को कांग्रेस नेता विक्रम बैस निवासी बखरूपारा नारायणपुर की धारदार हथियार व गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। सोमवार की रात को वे ढाबा से खाना खाकर लौट रहे थे। बाइक सवार हमलावरों ने उन पर गोलियां तब चलाई थी, जब वे अपने घर के बाहर करीब 500 मीटर की दूरी पर थे। प्रार्थी प्रमोद नेलवाल की रिपोर्ट पर थाना नारायणपुर में मर्ग एवं प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किया गया था।

प्रकरण की गंभीरता को देते हुए पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के निर्देशन पर अलग-अलग टीम का गठन किया गया।मामले में बारीकी से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज व सायबर एनालिसिस के आधार पर मनीष राठौर निवासी नारायणपुर का नाम सामने आया।मनीष राठौर, जसप्रीत सिंह सिद्धू, विश्वजीत नाग, विप्लव एवं विवेक अधिकारी के द्वारा लगभग डेढ़ महीने पहले हत्या की साजिश रची गई थी। इसके लिए भिलाई के इंडियन कॉफी हॉउस में पिस्टल खरीदने एवं हत्या की प्लानिंग हेतु मनीष राठौर, विश्वजीत नाग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी, संदीप यादव उर्फ संजू और सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम के साथ मीटिंग किया गया। हत्या में उपयोग हुआ पिस्टल जिला सिवान बिहार से लाया गया था।

घटना को अंजाम देने के पहले दो दिनों तक आरोपियों के द्वारा मृतक की रेकी की गई थी। घटना के दिन मृतक विक्रम बैस को अकेला पाकर आरोपी संजू यादव और विश्वजीत नाग ने मिलकर गंडासा से वार कर और पिस्टल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना में प्रयुक्त पिस्टल को मनीष राठौर के गोदाम में छुपा दिया गया था। थाना नारायणपुर में धारा 302, 34 भादवि का अपराघ दर्ज किया गया। प्रकरण में दुर्ग, रायपुर एवं बिलासपुर की एसीसीयू टीम तथा सायबर टीम की सहायता से आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्रित किया गया, इसी आधार पर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमाण्ड पर भेजा जा रहा है। पूछताछ के दौरान जिले में पत्रकारों को धमकी देने के मामले का भी खुलासा हुआ, जिसमें मनीष राठौर द्वारा धमकी भरे पत्र का लिखा जाना व विश्वजीत नाग द्वारा इसे पोस्ट किया जाना पता लगा। जिले में किशोर आर्या परिवहन संघ अध्यक्ष को धमकी भरा पत्र व नक्सलियों के नाम पर धमकी भरे बैनर व पत्र भेजकर लोगों को आतंकित करने का काम भी इसी गैंग द्वारा किया जा रहा था।

गिरफ्तार आरोपियों में विश्वजीत नाग नारायणपुर, संदीप यादव उर्फ संजू दुर्ग, राजीव रंजन यति उर्फ राजू उर्फ बिहारी दुर्ग, आर. सैमुआल उर्फ रायनुन्तलम दुर्ग, जसप्रीत सिंह उर्फ पोतू नारायणपुर, विवेक अधिकारी उर्फ सिदाम नारायणपुर हैं। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में प्रमुख रूप से जिला दुर्ग, रायपुर एवं बिलासपुर एसीसीयू टीम तथा जिला नारायणपुर से निरीक्षक-थाना प्रभारी दिनेश चन्द्रा, उप निरीक्षक धीरेन्द्र तिवारी, सउनि रूमन्त देवांगन प्रभारी सायबर सेल एवं साइबर सेल नारायणपुर के महत्वपूर्ण योगदान रहा।

Share this

Kailash Jaiswal

"BBN24 News - ताजा खबरों का सबसे विश्वसनीय स्रोत! पढ़ें छत्तीसगढ़, भारत और दुनिया की ब्रेकिंग न्यूज, राजनीति, खेल, व्यवसाय, मनोरंजन और अन्य अपडेट सबसे पहले।"

Related Articles

Back to top button