Shardiya Navratri 2025 : आज मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें विधि और महत्व

नई दिल्ली: आज 1 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का नौवां दिन है, जिसे नौवीं नवरात्रि या नवमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती है। मां सिद्धिदात्री को सभी कार्य सिद्ध करने और मोक्ष देने वाली देवी माना जाता है।
मां के इस रूप में चार भुजा हैं—एक में कमल, दूसरे में गदा, तीसरे में चक्र और चौथे में शंख धारण हैं। उनकी सवारी सिंह है। देवी की पूजा से धन, यश और बल की प्राप्ति होती है। वे वेदों, पुराणों और शास्त्रों में जगत जननी के रूप में वर्णित हैं।
पूजन विधि:
नौवीं नवरात्रि की सुबह स्नान कर साफ-सुथरे वस्त्र पहनें। मां की प्रतिमा को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं और सफेद वस्त्र व पुष्प अर्पित करें। रोली-कुमकुम, मिष्ठान, पंच मेवा, फल, नौ प्रकार के पुष्प और नौ प्रकार के फल चढ़ाएं। प्रसाद में मौसमी फल, चना, पूड़ी, खीर, नारियल और हलवा अर्पित करना शुभ माना जाता है। इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व है।
पौराणिक कथा के अनुसार, मां सिद्धिदात्री की कृपा से भगवान शिव ने अष्ट सिद्धियां प्राप्त की थीं और उनका यह रूप देवी-देवताओं के तेज से प्रकट हुआ। श्रद्धालु आज विधिपूर्वक उनकी पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।