Raipur Sex Racket: महादेव घाट विवाद में देह व्यापार सिंडिकेट का खुलासा, 5 युवतियां हिरासत में

रायपुर। राजधानी रायपुर के महादेव घाट पर हाल ही में वायरल हुए युवक-युवतियों के बीच मारपीट मामले की जांच के दौरान एक बड़ा खुलासा सामने आया है। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि घटना में शामिल कुछ युवतियां देह व्यापार के संगठित रैकेट (Raipur Sex Racket) से जुड़ी हुई थीं और एक पूरे सिंडिकेट का संचालन कर रही थीं।
मोबाइल जांच से देह व्यापार नेटवर्क का खुलासा
डीडी नगर थाना पुलिस द्वारा की गई जांच में जब आरोपित युवकों और युवतियों के मोबाइल फोन खंगाले गए, तो कई चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आईं। युवतियों के मोबाइल में 200 से अधिक अन्य युवतियों की तस्वीरें, संदिग्ध चैट्स और ग्राहकों की सूची मिली, जिससे प्रदेशभर में फैले देह व्यापार नेटवर्क (Raipur Sex Racket) की पुष्टि होती है।
प्रत्येक युवती के मोबाइल से लगभग 100 से ज्यादा ग्राहकों के नंबर प्राप्त हुए हैं। पुलिस अब इन ग्राहकों को बुलाकर पूछताछ की योजना बना रही है।
विवाद की शुरुआत: नाइट पार्टी से टकराव तक
पुलिस के अनुसार, यह घटना तब हुई जब कुछ युवतियां एक सहेली का जन्मदिन मनाने के लिए पहले वीआईपी रोड स्थित एक क्लब गईं और फिर आधी रात को घूमते हुए महादेव घाट पहुंचीं। वहीं कुछ युवक भी अपने मित्र का जन्मदिन मना रहे थे। शुरुआती बातचीत के बाद युवतियों द्वारा तेज संगीत बजाकर नृत्य करने पर आपत्ति जताई गई, जिससे दोनों पक्षों के बीच बहस हुई जो बाद में मारपीट में बदल गई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
प्राथमिक कार्रवाई में चार युवक गिरफ्तार, युवतियों से भी पूछताछ
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए पहले चार युवकों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने अब इस मामले को देह व्यापार से जोड़ते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
फिलहाल, पुलिस ने कुल आठ में से पांच युवतियों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ अवैध व्यापार अधिनियम एवं पीटा एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
क्लब और बार पर नियंत्रण के निर्देश, महिला प्रवेश नीति पर पुनर्विचार
इस मामले के राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर गूंज उठने के बाद रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने शहर के क्लब, पब और बार संचालकों की बैठक बुलाकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इस बैठक में महिलाओं को मुफ्त प्रवेश देने और शराब परोसने की नीतियों की समीक्षा की गई, और ऐसे स्थानों पर निगरानी बढ़ाने के संकेत दिए गए हैं।