शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई: 65 लाख की चोरी छिपाने पर प्राचार्य निलंबित, देखें पूरी लिस्ट

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिल्हा ब्लॉक अंतर्गत शासकीय हाईस्कूल बेलतरा से लगभग 65 लाख रुपये मूल्य की शासकीय सामग्री चोरी होने के मामले ने शिक्षा विभाग को हिला कर रख दिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव ने इस मामले की न तो कोई सूचना विभाग को दी, और न ही पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। इस गंभीर लापरवाही और चुप्पी को देखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
विद्यालय भवन निर्माण और मरम्मत कार्य के लिए सरकारी मद से बड़ी मात्रा में सामग्री जैसे खिड़कियां, दरवाजे, ग्रिल, फिटिंग्स, सीमेंट, लोहे के सरिए, टाइल्स और फर्नीचर — विद्यालय में संग्रहित की गई थी। लेकिन जब विभागीय निरीक्षण किया गया, तो पाया गया कि ये सभी सामग्री विद्यालय परिसर से गायब है।
इसके बाद की गई जांच में यह सामने आया कि चोरी लंबे समय पहले हो चुकी थी, लेकिन प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव ने इसे न केवल विभाग से छिपाया, बल्कि कानूनी प्रक्रिया भी पूरी तरह से नजरअंदाज की।
DPI ने लिया सख्त एक्शन, नियमों का उल्लंघन माना
जब यह मामला लोक शिक्षण संचालक ऋतुराज रघुवंशी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने तत्काल जांच करवाई। जांच में यह प्रमाणित हुआ कि प्राचार्य ने न केवल अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया, बल्कि शासन को ₹65 लाख की वित्तीय क्षति भी पहुँचाई।
प्राचार्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए गंभीर कदाचार की श्रेणी में रखते हुए निलंबित किया गया है।
निलंबन के दौरान कहां रहेंगी पदस्थ?
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि निलंबन की अवधि में कावेरी यादव का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बिल्हा कार्यालय रहेगा। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता (Subsistence Allowance) दिया जाएगा।