फर्जी डिप्टी कलेक्टर और स्टेनो बनकर जिला कार्यालय में घुसपैठ की कोशिश, पुलिस ने तीन को दबोचा

कवर्धा। जिला कार्यालय में प्रशासनिक अफसर बनकर घुसपैठ की कोशिश कर रहे तीन युवकों को कवर्धा पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। शनिवार रात करीब 9:30 बजे यह घटना उस वक्त सामने आई जब तीन संदिग्ध युवक खुद को डिप्टी कलेक्टर और स्टेनो बताकर कार्यालय परिसर में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे। मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षा गार्ड को उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं और तत्काल पुलिस को सूचना दी गई।
कवर्धा पुलिस की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर तीनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि भिलाई निवासी सम्मी ठाकुर खुद को डिप्टी कलेक्टर, खैरबना कला निवासी दुर्गेश सिंह राजपूत खुद को स्टेनो और पटेवा निवासी शुभलाल राजपूत वाहन चालक के रूप में साथ थे।
प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि तीनों व्यक्तियों का किसी भी प्रकार से शासकीय सेवा या पद से कोई संबंध नहीं है। इन्होंने जिला कार्यालय में स्वयं को प्रशासनिक अधिकारी बताकर कर्मचारियों को गुमराह किया और अधिकारियों से संदिग्ध पूछताछ की। इनका उद्देश्य प्रशासनिक व्यवस्था में अवांछित हस्तक्षेप करना और जनता को भ्रमित करने की साजिश करना था, जिसकी पुष्टि जांच में हुई है।
इस पूरे मामले की रिपोर्ट सहायक जिला नाजीर अनमोल शुक्ला द्वारा थाना कवर्धा में दर्ज कराई गई। पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अपराध क्रमांक 248/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 319(2) में मामला पंजीबद्ध कर तीनों को विधिवत गिरफ्तार किया।
कवर्धा पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी प्रशासनिक धोखाधड़ी की साजिश समय रहते विफल हो गई है। मामले की जांच आगे बढ़ रही है।