पहलगाम आतंकी हमला: रक्षा मंत्रालय ने सेना, एयरफोर्स और नेवी को तैयार रहने के दिए निर्देश

नई दिल्ली | जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम आतंकी हमला के बाद केंद्र सरकार ने सेना, वायुसेना और नौसेना को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए हैं। सोमवार को हुए इस भीषण हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें पर्यटक, सुरक्षाकर्मी और स्थानीय नागरिक शामिल हैं।
घटना के बाद केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत सक्रियता दिखाई। रक्षा मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें तीनों सेनाओं को तैयार रहने और कश्मीर घाटी में सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश दिए गए।
घटनास्थल पर गृह मंत्री, आतंक के खिलाफ सख्त संदेश
हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया और स्पष्ट कहा कि,”भारत आतंकवाद के सामने झुकेगा नहीं। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।” उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। गृह मंत्री ने पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
हमले की योजना 26/11 की तर्ज पर, पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देश पर हुआ हमला
सूत्रों के अनुसार, आतंकी मुंबई के 26/11 हमले की तर्ज पर हमले की योजना के साथ आए थे। उनके पास हेलमेट में कैमरे, संचार उपकरण और AK-47 राइफलें थीं। हमले की वीडियोग्राफी भी की गई। हमले की कमांड पाकिस्तान के कराची से चल रही थी। हमले में 6 आतंकी शामिल थे, जिनमें 2 पाकिस्तानी थे जो पश्तून भाषा में बातचीत कर रहे थे।
स्थानीय आतंकियों की पहचान, स्केच और रूट का खुलासा
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमले में शामिल चार संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं। दो की पहचान आदिल (बिजभेरा) और आसिफ (त्राल) के रूप में हुई है। आतंकियों ने अप्रैल के पहले सप्ताह में इलाके की रेकी की थी। उनका रूट पीर पंजाल की पहाड़ियों से होकर राजौरी, चत्रु और वधावन होते हुए पहलगाम तक पहुंचने का रहा।
NIA ने जांच की कमान संभाली, जंगलों में सघन तलाशी अभियान
घटना की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। NIA की टीम ने बैसरन घाटी और आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन और हेलिकॉप्टर की मदद से तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
जवाबी कार्रवाई: बारामूला में 2 आतंकी ढेर
सुरक्षा बलों ने बारामूला में 2 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया, जो सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए।
जनता का गुस्सा, सुप्रीम कोर्ट में याचिका
हमले के विरोध में जम्मू-पठानकोट हाईवे को प्रदर्शनकारियों ने जाम कर दिया। स्थानीय लोग, महिलाएं और रिटायर्ड सैनिक इस प्रदर्शन में शामिल हुए। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें पर्यटकों और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
सरकार का मुआवज़ा और समर्थन
जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए, गंभीर घायलों को 2 लाख, और मामूली घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
आतंक के खिलाफ निर्णायक रुख
पहलगाम हमला न सिर्फ एक मानवता पर हमला है, बल्कि यह देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश है। लेकिन भारत सरकार और सेना का रुख स्पष्ट है—“आतंक का जवाब ठोस और निर्णायक कार्रवाई से दिया जाएगा।”